कलम पकडऩे वाले नाबालिगों के हाथों में वन विभाग ने पकड़ा दिया फावड़ा

बाल मजदूरी अभियान की वन विभाग उड़ा रहा धज्जियां, जिम्मेदार मौन
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। वन विभाग के वृक्षारोपण के कार्य में नाबालिक किशोरी से मजदूरी आम लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है। जिन हाथों में कलम किताब होनी चाहिए उन हाथों में फावड़ा। क्या इसी प्रक्रिया के तहत नाबालिग किशोर देश का भविष्य होंगे। वहीं वनाधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
जानकारी के अनुसार वन विभाग द्वारा सडक़ किनारे वृक्ष लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इसी अभियान के तहत शमशाबाद स्थित एक भट्टे के निकट से संपर्क मार्ग पसियापुर तक वृक्ष लगाए जाने का कार्य जारी है। बताते हैं रविवार को बीट प्रभारी के नेतृत्व में नाबालिग किशोरों को वृक्ष लगाते हुए देखा गया। बताते हंै इस वृक्षारोपण अभियान में मजदूरी करने वाले नाबालिग किशोर जिनकी उम्र लगभग 13, 14 वर्ष के आसपास होगी। मजदूरी के तौर पर कार्य करने वाले नाबालिक किशोर कक्षा 6 और 7 के छात्र बताए गए हैं। मालूम रहे सरकार का लक्ष्य आधिकारिक संख्या में वृक्ष लगाये जाए जिससे हरियाली को बढ़ावा मिल सके और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सके। इसी अभियान को लेकर वन विभाग के अधिकारियों के निर्देश पर बीट प्रभारी द्वारा वृक्ष लगाए जाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य में नाबालिक किशोरों को लगाया गया है वो भी मजदूरी के तौर पर। जबकि नाबालिक किशोरी से मजदूरी करवाना बालाधिकारों के विरुद्ध है। बताते हैं यहां कक्षा 5 और 6 में पढऩे वाले बच्चे जो ग्राम दिलावरगंज के निवासी हैं। इन्हीं किशोर छात्रों को पसियापुर के निकट सडक़ किनारे मजदूरी के तौर पर वृक्षारोपण में कार्य करते हुए देखा गया। जब वन विभाग अधिकारियों से जानकारी की गई तो फोन नहीं उठा। जबकि वन विभाग के दरोगा समीर सिंह सेंगर से जानकारी की गई तो उनका कहना था उन्हें कोई जानकारी नहीं है। आप लोगों द्वारा जानकारी दी गई है। जांच कराई जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *