कमालगंज, समृद्धि न्यूज। मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के गांव बरौन निवासी शमा परवीन पुत्री कुतुबुद्दीन ने पुलिस को दिए गए शिकायती पत्र में बताया की लगभग 5 वर्ष पहले मुस्लिम रीति रिवाज के अनुसार हमारी शादी कमालगंज थाना क्षेत्र के गांव शेखपुर निवासी शारिक अहमद पुत्र एजाज अहमद के साथ हुई थी। उस समय मेरे माता-पिता ने लगभग 10 लाख रुपया शादी में खर्च किया था। जिसमें बारात की खिदमत व दान-दहेज, नगद रुपया व जेवर कपड़ा शामिल था, लेकिन शादी के बाद से ही क्रेता कार की मांग को लेकर प्रार्थिनी को प्रार्थनी के पति सारिक, सास जुलेखा, जेठ इस्तीखत और इकबाल, ननद अर्शी तथा मुस्कान पीडि़ता को शारीरिक तथा मानसिक रूप से प्रताडि़त करने लगे। पीडि़ता ने सोचा शायद भविष्य में सब ठीक हो जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ दिन बाद पीडि़ता के एक पुत्री अनायजा पैदा हुई। जो कि इस समय 2 वर्ष की है। पीडि़ता अपने पति के संसर्ग से सात माह की गर्भवती है। कल दिनांक 29 सितंबर को सुबह से ही उक्त सभी लोग पीडि़ता को गाली-गलौज करने लगे और कहने लगे कि इसके घरवालों ने क्रेटा गाड़ी नहीं दी। इसको जान से मार देंगे। पीडि़ता ने काफी मानमनौव्वल की, लेकिन उपरोक्त लोग पीडि़ता के बाल पकडक़र उसे मारने पीटने लगे और कहने लगे कि तेरे घर वाले भिखमंगे हैं। वह मांग पूरी नहीं कर पाएंगे और जब तक यह यहां रहेगी तब तक सारिक की दूसरी शादी भी नहीं हो पाएगी। पीडि़ता ने इसकी खबर किसी तरह अपने मायके वालों को दी। इसकी जानकारी होने पर पति पति ने कहा की साली हरामजादी अब तुझे नहीं रखेंगे और यह कहते हुए की शमा परवीन मैं तुझे तलाक लेता हूँ कहकर पीडि़ता को तीन बार तलाक-तलाक-तलाक कहकर तलाक दे दिया तथा रात भर कमरे में बंद रखा। पीडि़ता के परिजन दूसरे दिन सोमवार को 2.00 बजे जब आए। तब ससुरालीजनों ने पीडि़ता को कमरे से बाहर निकाला और पीडि़ता को सिर्फ पहने हुए एक जोड़ी कपड़ों में धमकाते हुए घर भेज दिया और कहा कि कि अगर तू दोबारा यहां वापस आई तो तुझे जान से मार देंगे तथा पीडि़ता का सारा स्त्री धन भी ले लिया। इसके बाद पीडि़ता अपने पिता व भाई के साथ थाने पहुंची और पुलिस से शिकायत की। शिकायत करने पर पुलिस ने कहा कि जांच कर मामले की कार्रवाई की जाएगी।