साकेत में 6 को स्नातक कक्षाओं की प्रवेश काउंसलिंग के साथ शुरू होगी प्रवेश प्रक्रिया।
अयोध्या।पूर्वांचल के नामचीन महाविद्यालयों में शुमार कामता प्रसाद सुंदर लाल साकेत स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने कहा कि महाविद्यालय को हासिल हुई अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ नए सत्र में हम नई चुनौतियों के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।उन्होंने हल्की सी मुस्कान के साथ इन चुनौतियों से निपटने के लिए महाविद्यालय की ओर से खींचे गए खाके की ओर भी इशारा किया।मंगलवार को यह मौका था महाविद्यालय में नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया कार्यक्रम को मीडिया संग साझा करने के पल का।प्रवेश प्रक्रिया कार्यक्रम की जानकारी देते हुए प्राचार्य प्रो सिंह ने बताया कि नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया आगामी छह जुलाई से शुरू की जाएगी।स्नातक व परास्नातक दोनों वर्गों के लिए बीते पांच जून से ऑनलाइन पंजीकरण के बाद पहले चरण में आगामी 6 जुलाई से स्नातक कक्षाओं की प्रवेश काउंसलिंग की जाएगी जबकि परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश हेतु पंजीकरण के लिए 31 जुलाई अंतिम तिथि नियत की गई है।स्नातक तृतीय वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित होने के तीन दिन बाद परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश कार्य शुरू कर दिया जाएगा।महाविद्यालय को हासिल हुई उपलब्धियों के विषय में चर्चा करते हुए प्राचार्य प्रो सिंह ने बताया कि महाविद्यालय की अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि महाविद्यालय के करीब दो सौ छात्र और छात्राएं विभिन्न केंद्रीय और राज्य सेवाओं में चयनित हुए हैं।इसके अलावा इग्नू से वोकेशनल पाठ्यक्रम हेतु एमओयू किया गया है।रानी लक्ष्मीबाई परास्नातक महाविद्यालय नई दिल्ली से एमओयू किया गया है।विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन विद्या ब्रिज पोर्टल के द्वारा व्यवसायिक प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों के निःशुल्क संचालन हेतु बीएसएन इन्फोटेक लखनऊ से एमओयू किया गया है।केंद्रीय विश्वविद्यालय मौलाना आजाद नेशनल उर्दू विश्वविद्यालय हैदराबाद द्वारा साकेत महाविद्यालय को दूरस्थ शिक्षा केंद्र का परिसर बनाया गया है। नए सत्र में प्रवेश के लिए निर्धारित किए गए नियमों की जानकारी देते हुए प्राचार्य प्रो सिंह ने बताया कि नए नियमों के अंतर्गत अब स्नातक वर्ग में प्रवेश हेतु इंटरमीडिएट में 36% अंक न्यूनतम होने की पात्रता समाप्त हो गई है।प्रवेश के लिए अभ्यर्थी का केवल उत्तीर्ण होना आवश्यक होगा।उन्होंने बताया कि स्नातक वर्ग की बीकॉम कक्षा में इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण कोई भी अभ्यर्थी प्रवेश ले सकता है।इसी प्रकार अब एम.ए.कक्षा में भी कोई भी स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थी प्रवेश ले सकेगा।अर्थात एम.ए कक्षा में प्रवेश के लिए पूर्व में प्रावधानित बी.ए तृतीय वर्ष में प्रवेश का विषय होने की बाध्यता समाप्त कर दी गई है।अब बीए,बीएससी,बी.कॉम उपाधि वाला कोई भी अभ्यर्थी एम.ए कक्षा में प्रवेश ले सकेंगा।प्राचार्य प्रो सिंह ने बताया कि इसी प्रकार परास्नातक कक्षा में प्रवेश के लिए 40% अंक न्यूनतम होने की पात्रता भी समाप्त हो गई है।कक्षाओं के मध्य गैप होने पर भी अभ्यर्थी स्नातक व परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश ले सकेंगे।बीए कक्षा में अधिकांश विषयों के प्रयोगात्मक हो जाने के कारण तीन प्रयोगात्मक विषय के साथ प्रवेश प्रतिबंध को समाप्त कर दिया गया है।अब बी.ए में भी अभ्यर्थी तीनों प्रयोगात्मक विषय ले सकता है।महाविद्यालय में पठन पाठन के बारे में जानकारी देते हुए प्राचार्य प्रो सिंह ने बताया कि महाविद्यालय में शीघ्रातिशीघ्र प्रवेश संपन्न कराने के बाद आगामी एक अगस्त से कक्षाओं का संचालन प्रारंभ करा दिया जाएगा तथा कक्षाओं के संचालन से पूर्व पाठ्यक्रमवार अभिविन्यास कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा जिसमें नव प्रवेशित छात्र छात्राओं को नई शिक्षा नीति से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी।उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में प्रवेश,परीक्षा तथा कक्षा संचालन समानांतर संपादित करने के लिए अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाये जाने के साथ सुदृढ किया जा रहा है।उन्होंने बताया कि जुलाई माह में प्रवेश,सेमेस्टर परीक्षाएं, सेशनल,वोकेशनल तथा प्रायोगिक परीक्षाएं समानांतर आयोजित होनी है जिसकी तैयारी की जा रही है।महाविद्यालय को कई अन्य उपलब्धियां हासिल करने के लिए प्रयासरत प्राचार्य प्रो. सिंह ने बताया कि महाविद्यालय को नैक की उच्चतम ग्रेड हासिल कराने के लिए उनकी टीम पूरी तरह प्रयासरत है।नैक की व्यवस्थित तैयारी प्रारंभ कर दी गई है तथा प्रो अनुराग मिश्रा को नैक तैयारी का प्रभारी बनाया गया है।प्रेस वार्ता के दौरान उनके साथ मुख्य नियंता डॉ अनिल कुमार सिंह,डॉ बीडी द्विवेदी,मीडिया प्रभारी डॉ आशुतोष त्रिपाठी,डॉ आशुतोष सिंह,डॉ ओपी यादव,डॉ अशोक कुमार मिश्रा,डॉ रमेश प्रताप सिंह व डॉ मनीष सिंह सहित मौजूद रहे।