हमें अपनी शस्य श्यामला धरती की हरियाली संजोना ही नहीं,इसे सजाना भी है-जिला जज।

पौधारोपण का उद्देश्य पौधा रोपण नहीं,पौधों का बच्चे की तरह पालन करना है- सचिव।

समृद्धि न्यूज़ अयोध्या।उच्च न्यायालय/ मुख्य संरक्षक उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण केे दिशानिर्देशों के क्रम में गुरुवार को जनपद न्यायाधीश/व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष गौरव कुमार श्रीवास्तव के कर कमलों द्वारा पौधारोपण के साथ न्यायिक अधिकारियों द्वारा भी न्यायालय परिसर में पौधरोपण किया गया।कार्यक्रम को सफल बनाने के उद्देश्य से जिला न्यायालय में नीम,आम, पीपल व आंवला के पौधे रोपित किये गये।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला न्यायाधीश/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष श्रीवास्तव ने कहा कि हमें अपनी इस शस्य श्यामला धरती की हरियाली संजोना ही नहीं वरन इसको सजाना भी है।वर्तमान समय में प्रदूषण अपने अधिकतम स्तर तक पहुँच गया है। वायुमण्डल की हवा इतनी जहरीली हो गयी है कि वह अनेक प्रकार के रोगों की वाहक बन गयी है।इन सभी समस्याओं का एक ही समाधान है कि हम अपने आस पास विभिन्न प्रजातियों के पेड़-पौधे रोपित करें,जिससे कि दिन प्रतिदिन इस धरती की हरियाली में वृद्धि हो सके और एक दिन स्वतः ही प्रदूषण का दानव सिमट कर समाप्त हो जाएगा।उन्होंने कहा कि यदि हम में से प्रत्येक व्यक्ति प्रति वर्ष दस पौधे लगाने और आजीवन उसकी देख-रेख का संकल्प ले,तो निश्चित रूप से इस धरती की हरियाली को वापस लाने में हम समर्थ होंगे।उन्होंने कहा कि एक पल्लवित पुष्पित वातावरण स्वस्थ मानसिकता को जन्म देता है और यही मानव के विकास का आधार है।मानव और प्रकृति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं और दोनों ही एक दूसरे के जीवन के पूरक हैं। प्रकृति विहीन वातावरण में मानव के अस्तित्व की कल्पना भी नही की जा सकती,ऐसी स्थिति में हम सभी का यह दायित्व है कि हम प्रकृति की हरीतिमा को निरन्तर बढ़ाने में अपना योगदान करते रहे और प्लास्टिक का प्रयोग पूर्ण रूप से परित्याग करें यहीं धरती माँ की सबसे बड़ी सेवा है।इसी क्रम में
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव शैलेंद्र सिंह यादव ने मौजूद लोगों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि विभिन्न तरह के अभियान या फिर किसी के कहने में आकर हम पौधा रोपण तो कर देते है लेकिन कुछ दिन बाद हमें याद भी नही रहता है कि हमने कोई पौधा भी लगाया था।उन्होंने कहा कि पौधा रोपण का उद्देश्य केवल पौधा लगाने भर से पूरा नहीं होता।पौधा रोपण का अर्थ है कि बच्चे की तरह पौधे की जिम्मेदारी उठायी जाये तब जाकर वास्तविक रूप से पौधा रोपण का उद्देश्य पूर्ण होगा। कार्यक्रम में भविष्य में इस धरती की हरीतिमा बढ़ाने हेतु अधिकाधिक संख्या में पौधा रोपण करने का संकल्प लिया गया।वृक्षारोपण कार्यक्रम में जनपद न्यायाधीश गौरव कुमार श्रीवास्तव,रामायण शर्मा प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय, राधेश्याम यादव अपर जिला जज प्रथम,अशोक कुमार दुबे अपर जिला जज,अमित कुमार पांडेय अपर जिला जज,अभिषेक कुमार बगरिया अपर जिला जज, मोहिंदर कुमार अपर जिला जज, बृजेश कुमार सिंह अपर जिला जज,श्रीमती एकता सिंह अपर प्रधान न्यायाधीश,पारिवारिक न्यायालय,नूरी अंसार अपर जिला जज,अमर सिंह अपर जिला जज,यशपाल अपर जिला जज,कुलदीप सिंह अपर जिला जज,परविंद कुमार लघुवाद न्यायाधीश तथा प्रशांत शुक्ला मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आदि उपस्थित रहे।

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