फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। राजीव गांधी नगर निवासी महेन्द्र दुबे पुत्र देवी प्रसाद दुबे ने जिलाधिकारी व नियंत्रक विनियमित क्षेत्र को ज्ञापन देकर मांग की है कि पीडि़त के पिता देवी प्रसाद दुबे व विपक्षी के पिता चन्द्रिका प्रसाद दुबे के मध्य हुई कई वर्ष पूर्व विक्रय पत्र में दुकान का हिस्सा प्राप्त हुआ था। उक्त दुकान में प्रार्थी अपने माता पिता के साथ परचून की दुकान का व्यापार कर रहा था। विपक्षी संजीव दुबे लेखपाल जो सदर तहसील में कार्यरत हंै उन्होंने दुकान को अपना बताकर नियत प्राधिकारी के कार्यालय में नक्शा पास कराये जाने हेतु आवेदन किया गया था। इस पर पीडि़त अपनी आपत्ति नियत प्राधिकारी कार्यालय में प्रस्तुत कर दी जो विचाराधीन है। लेखपाल पद का फायदा उठाते हुए फर्जी तरीके से तथ्यों को छिपाकर नगर मजिस्टे्रट कार्यालय से दुकान को अपना बताकर ध्वस्तीकरण का आदेश संजीव दुबे के नाम जारी करा लिया गया है। ८ मई के अनुपालन में २ जुलाई को दुकान पर नोटिस चस्पा कर दिया गया। दुकान स्वामित्व अभिलेश उनके पास है। नगर मजिस्टे्रट की गाड़ी से संजीव दुबे का भांजा स्वयं कार्यालय के चपरासी द्वारा नोटिस चस्पा कराया है। सम्पूर्ण कार्यवाही विधि विरुद्ध है। प्रार्थी का व्यापार प्रभावित करने के लिए सोची समझी रणनीति है। एक पक्षीय कार्यवाही न कर प्रार्थी की बात सुनी जाये। दुकान के ध्वस्तीकरण से पूर्व प्रार्थी अपना पक्ष रखना चाहता है।