डा0 रजनी सरीन ने आगंतुको का किया स्वागत
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की वार्षिक बैठक में वर्ष 2024-25 की नई कार्यकारिणी का चुनाव संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित मंगल गीत के साथ हुआ। डॉ0 रजनी सरीन ने सभी आगंतुको का स्वागत किया और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के जिन पदाधिकारियो ने संगठन को आगे बढ़ाया उनको शुभकामनाएं दी। डॉ0 सुबोध वर्मा ने कहा भारतीय संस्कृति के साथ जोडऩे की आवश्यकता है। जिसमें सभी को गर्व होता है उन्हें आपसी वेशभूषा भाषा रहन-सहन पर गर्व होना चाहिए। पूर्व सचिव सतीश कुमार ने संस्था के कार्यों की आख्या प्रस्तुत की। समाज में अच्छी मानव सेवा करने वाले डॉक्टर को संस्था के पूर्व अध्यक्ष नरेश कुमार शर्मा, पूर्व सचिव सतीश कुमार एवं अन्य पदाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र व शाल, पुष्प माला के साथ दर्जनों डॉक्टरों को सम्मानित किया। डॉ0 रजनी सरीन, डॉ0 मेघा, डॉ0 शिखा, डा0 सुधा सिंह, डॉ0 अलका जैन, डॉ सुबोध वर्मा, डॉ0 सतीश, डॉ0 नरेश बचानी, डॉ0 प्रशांत श्रीवास्तव, डॉ0 शरद गंगवार, डॉ0 धु्रव, डॉ0 अक्षय गोपाल, डॉ0 रजत कटियार, डॉ0 राधिका सिंह, डॉ0 रंजीत सिंह आदि को सम्मानित किया गया। नई कार्यकारिणी के पदाधिकारी अध्यक्ष डॉ0 विपुल अग्रवाल, उपाध्यक्ष डा0 एसपी सिंह, डॉ0 ओपी महेश्वरी, डॉ0 सतीश कुमार, सचिव डॉ0 प्रशांत श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव डॉ0 विशाल अग्रवाल, नमिता दास, डॉ0 विशाल अग्रवाल, उप सचिव डॉ0 यूआर सिंह, डॉ0 रंजीत गोयल, डॉ0 सुरवीर रस्तोगी, कोषाध्यक्ष डॉ0 अनुराग अग्रवाल, उप कोषाध्यक्ष डॉ0 पुनीत रस्तोगी, सांकेतिक सचिव डॉ0 सिम्मी अग्रवाल, डॉ0 पूनम शर्मा, डॉ0 पारुल गंगवार, डॉ0 जिज्ञासा सिंह, केंद्रीय प्रतिनिधि डॉ0 एमबी सक्सेना, राज प्रतिनिधि डॉ0 मनोज मेहरोत्रा, डॉ0 प्रत्युष अग्रवाल, डॉ0 एके शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य डॉ0 प्रमोद रस्तोगी, डा0 केएम द्विवेदी, डॉ0 बीके गुप्ता, डॉ0 पी खजूर, डॉ0 अलका जैन, डॉ0 करनाल ऋषिकांत, डॉ0 योगेंद्र सिंह, डॉ0 युवराज सिंह, डॉ0 अंकित शर्मा, डॉ0 अभिषेक चतुर्वेदी, डॉ0 अंकित दास, डॉ0 सुकेशनी अग्रवाल आदि बनाये गये। कार्यक्रम का संचालन डा0 सतीश कुमार पूर्व सचिव ने किया। वार्षिक बैठक में नए पदाधिकारी और आजीवन सदस्यों को समाज एवं मानव सेवा के लिए संकल्प कराया गया। वर्तमान समय में डॉक्टरों की सुरक्षा एवं संगठन पर विचार व्यक्त किये, साथ ही समाज सेवा में वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता की आधार पर सेवा करना, संवाद करते हुए सहानुभूति रखने, पर्यावरण के क्षेत्र में वृक्षारोपण के साथ उन वृक्षों को संरक्षण देना, पब्लिक में सद्भावना रखना उनकी पीड़ा को समझना, कैम्प लगाकर गंभीर रोगों पर इलाज के साथ उपचार करना, मानव सेवा, ईश्वर पूजा के साथ सेवा कार्य पर विचार व्यक्तित्व किया। समापन राष्ट्रीय गीत के साथ हुआ।