भईयन मिश्रा की मेहनत लायी रंग, बंद हुई अवैध वसूली
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। पिछले कई सालों से शमशान घाट पर हो रही अवैध वसूली के खिलाफ फर्रुखाबाद विकास मंच के जिलाध्यक्ष भईयन मिश्रा ने मोर्चा खोल दिया और अवैध वसूली को बंद कराया। शमशान घाट पर जिन लोगों की मौतें हो जाती है उनके परिजनों से रसीदों के नाम पर 151 रुपये से 1 हजार रुपये वसूले जाते है। 151 रुपये की रसीद काटकर उन्हे यह दर्शाया जाता था कि नगर पालिका में तुम्हारा रजिस्टे्रशन हो गया है कि कौन से व्यक्ति का किस तारीख को निधन हुआ था। जो व्यक्ति अपने परिजनों की दो-चार दिन बाद रसीद लेने जाता था तो उससे 500 रुपये से एक हजार रुपये अलग से वसूले जाते थे। इस घटना को संज्ञान में लेकर भईयन मिश्रा ने अपने साथियों के साथ शमशान घाट पहुंचकर विरोध किया और अवैध वसूली का कारोबार बंद कराया। इस वसूली के पीछे लम्बा खेल था। पुलिस की सांठगांठ के चलते कई सालों से मृतकों के परिजनों से रसीद के नाम से पैसे लिये जाते थे। कई वर्ष पूर्व समाजसेवी विष्णु नारायण अरोड़ा ने इसका विरोध किया तो अवैध वसूली करने वाले लोगों द्वारा उन पर रंगदारी मांगने और प्रताडि़त करने एवं धमकी देने का मुकदमा दर्ज करा दिया, जो आज भी चल रहा है। इस घटना से परेशान होकर विष्णु नारायण अरोड़ा ने शमशान घाट जाना बंद कर दिया। उसके बाद से यह वसूली का धंधा फिर फल फूलने लगा। कई लोगों को इस बात की जानकारी लगी तो भईयन मिश्रा ने विरोध करते हुए स्थानीय लोगों के सहयोग से वसूली करने वाले लोगों को खदेड़ा और रसीद के नाम पर पैसा लेने का कार्य बंद करा दिया और वॉल पेंटिंग के माध्यम से लोगों को जागरुक किया। भईयन मिश्रा, कोमल पाण्डेय, सुनील बाजपेयी, प्रिंस शुक्ला आदि लोगों ने विष्णु नारायण अरोड़ा के निवास पर जाकर उनसे बात की और पुन: शमशान घाट का सुंदरीकरण करने की बात रखी तो विष्णु नारायण अरोड़ा ने शमशान घाट पहुंचकर बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों को सही कराया और ५० हजार रुपये के गॉटर मंगवाये। जिससे चिता को जलाने में आसानी हो सके। विष्णु नारायण अरोड़ा ने पुराने कार्य के कागज भी दिखाये और कहा कि सब लोगों के सहयोग से शमशान घाट को मैं फिर बेहतर बनाने की कोशिश करूंगा, ऐसे में अवैध वसूली का कार्य बंद रहना चाहिए। भईयन मिश्रा ने पूर्ण रुप से आश्वासन दिया कि हर संभव प्रयास किया जायेगा कि शमशान घाट का सुंदरीकरण हो।