पत्थरबाजों द्वारा इस्लाम जिंदाबाद, पाकिस्तान जिंदाबाद के लगाए गए नारे
सूचना के बावजूद भी नहीं पहुंची पुलिस, उपद्रवियों के हौसले बुलंद
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। शमशाबाद नगर को कभी गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाता था। यहां कभी दोनों समुदाय के लोग समाज में भाईचारे का जिम्मा संभालते हुए एक दूसरे के त्योहारों में शरीक ही नहीं होते, बल्कि एक दूजे को बधाई देते थे, लेकिन कुछ अराजकतत्वों की अराजकता के चलते अब शमशाबाद में भी गंगा जमुनी तहजीब की सभ्यता तार-तार होती नजर आ रही है। धार्मिक त्योहारों पर एक दूजे को बधाई देने की बजाए अब पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आने लगी हैं। मामला उस वक्त सामने आया जब सोमवार को शमशाबाद नगर के ही आधा दर्जन लोग जो गणेश प्रतिमा विसर्जन के लिए ढाई घाट शमशाबाद गए हुए थे। विसर्जन के बाद जब उक्त लोग ब्लॉक रोड से वापस लौट रहे थे अचानक खड़े ज्ञात-अज्ञात सहित आधा सैकड़ा लोगों ने पत्थरबाजी करते हुए जमकर ईट पत्थर चलाएं। साथ ही इस्लाम जिंदाबाद तथा पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाये तथा नगर की पौराणिक सभ्यता तार-तार करने की कोशिश की। उधर पत्थरबाजी की घटना का विरोध करने पर आरोपियों द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई। बताते है अराजकतत्वों द्वारा पत्थरबाजी का दौर काफी देर तक चलता रहा। लोग भय के माहौल में जान बचाकर इधर उधर भागते रहे। शिकायत के अनुसार आरोपी दबंग हैं और उससे पूर्व में भी इस तरह की घटना को अंजाम दे चुके हैं। घटना के संबंध में आक्रोशित लोगों ने अराजकतत्वों के खिलाफ शमशाबाद थाना पुलिस को तहरीर दी, लेकिन अफसोस काफी देर इंतजार करने के बाद भी पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। पीडि़त सनी पुत्र रविन्द्र कुमार, आर्यन पुत्र ग्रीशचंद्र ने बताया कि पत्थरबाजी की घटनाओं को अंजाम देने वाले लोगों में यूनिस तथा यूनीस के दो पुत्रों रेहान, उमर, सुनील तथा सुनील के पुत्रों में बिलाल, आरिफ , मोहसिन अंसारी तथा हुसैन सहित आधा सैकड़ा ज्ञात-अज्ञात लोगों के खिलाफ शमशाबाद थाना पुलिस को तहरीर दी।