लाखों के घोटाले दर्शाये जा रहे कागजों में
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। जिलाधिकारी को भेजे गए अधिवक्ता द्वारा शिकायती पत्र के अनुसार मनरेगा के कार्य में लाखों के घोटाले कागज में दर्शाए जा रहे हैं। जिसकी जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गयी है।
जानकारी के अनुसार शमशाबाद क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में आजकल ग्राम प्रधानों द्वारा मनरेगा के कार्यों में फर्जीवाड़े के तहत हजारों, लाखों रुपए का खेल किया जा रहा। सबसे बड़ी बात यह है संबंधित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी खबर के बाबजूद भी बेखबर हैं। ग्राम प्रधान विकास संबंधी लगभग सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार को अपनाकर हजारों, लाखों रुपए का खेल कर रहे हैं। अफसोस कहीं अधिकारियों की सक्रिय भूमिका तो नहीं। इसका उदाहरण विकास खंड शमसाबाद क्षेत्र के ग्राम बरई में देखने को। मिला बताते हैं ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा के तहत किशन लाल के खेत से रामनिवास के खेत तक चकरोड के निर्माण कार्य मे फर्जीवाड़े का खेल खेला जा रहा है, जबकि हकीकत को देखा जाए चकरोड का निर्माण गांव में कहीं भी नहीं हो रहा है। शिकायती पत्र के अनुसार अधिवक्ता का आरोप है केवल कागजातों के जरिए भुगतान प्राप्त किया जा रहा। 12 नवंबर को कागजों में 49 मजदूरों को दर्शाया गया। उनके नाम प्रार्थना पत्र के साथ संलग्न किए शिकायती पत्र के अनुसार किशनलाल नाम का कोई भी व्यक्ति बरई ग्राम पंचायत में नहीं रहता ना ही इस ग्राम पंचायत में किसी चकरोड का निर्माण कार्य कराया जा रहा। जिलाधिकारी को भेजे गए शिकायती पत्र में कहा गया दबंगई के आधार पर फर्जी भुगतान प्राप्त किया जा रहा। शिकायती पत्र में अधिवक्ता ने कहा उक्त ग्राम प्रधान चमेली देवी के विरुद्ध फर्जीवाड़े की जांच कराकर मनरेगा के अंतर्गत हो रहे फर्जीवाड़ा के कार्य को रोके जाने तथा जांचोपरांत दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की गयी।