नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। दबंगों के आंतक से पीडि़त शिक्षक ने शहतूत के पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी होने पर परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतारा और जांच पड़ताल की। पुलिस को मृतक के पास से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें गांव के पांच आरोपियों के नाम लिखे थे। सुसाइड नोट में लिखा था कि दबंगों ने उसके परिजनों की महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी किया था। जिसकी कई जगह शिकायत की थी, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिससे तंग आकर यह कदम उठाया। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
जानकारी के अनुसार थाना मऊदरवाजा के गांव सलेमपुर रत्न निवासी 55 वर्षीय रामआसरे एक विद्यालय में शिक्षक था। रामआसरे व उसके परिजनों को गांव के दबंग आये दिन परेशान कर रहे थे। पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिस कारण रामआसरे ने आत्महत्या करने का फैसला लिया। शुक्रवार को ग्राम बसेली में देवेंद्र कुमार के खेत में खड़े शहतूत के पेड़ पर रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जानकारी होने पर परिजन घटनास्थल पर पहुंच गये और सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष जेपी शर्मा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की। एसआई दीपक कुमार ने शव को नीचे उतरवाकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस को मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें गांव के 5 लोगों के नाम लिखे हैं तथा मृतक ने अपनी शर्ट पर भी मार्कर से उक्त आरोपियों के नाम लिखे हैं। गांव के दबंगों ने मृतक के घर में घुसकर महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी किया। जिसकी शिकायत पुलिस से की, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। 10 मार्च को शिकायत करने के आरोप में खिसियायें दबंगों ने तमंचे की बटों से पीटकर अधेड़ को पेशाब तक पिला दी थी। दबंगों के भय के चलते उसका एक पुत्र और पुत्रवधू गांव छोडक़र चले गये थे। काफी जगह शिकायत करने के बाद रामआसरे को जिंदगी और लोगों से भरोसा उठ गया था।