अमित नामदेव
हमीरपुर, समृद्धि न्यूज। हमीरपुर जिला अस्पताल में भर्ती 7 वर्षीय मासूम की तबीयत बिगड़ने पर कानपुर रेफर किया गया था.. रास्ते में बच्चे की मौत हो जाने पर परिजनों ने रास्ते पर शव रखकर जाम लगा दिया.. शव रख कर जाम लगने से रास्ते में सैकड़ो लोगों की भीड़ लग गई.. पुलिस, एसडीम और सीएमओ ने भीड़ को दोषी डॉक्टर के खिलाफ जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए और समझा बूझकर जाम खुलाया, इस दौरान सड़क के दोनों और वाहनों की लंबी लाइन लग गई। हमीरपुर जिला अस्पताल में गणेश गुप्ता ने अपने 7 वर्षीय पुत्र की तबीयत खराब होने पर भर्ती कराया था बच्चों की तबीयत शाम तक ज्यादा बिगड़ने पर डॉक्टर ने उसे कानपुर रेफर कर दिया.. कानपुर ले जाते समय रास्ते में बच्चे की मौत हो गई.. परिजनों का आरोप है कि जिला अस्पताल में बच्चों का ठीक से इलाज नहीं किया गया.. बाल रोग विशेषज्ञ आशुतोष निरंजन द्वारा बच्चों का इलाज ठीक से न किए जाने पर उसकी हालत बिगड़ी है। बच्चों की मौत से आक्रोशित परिजन और स्थानीय लोगों ने सदर कोतवाली क्षेत्र के कालपी चौराहे पर मासूम बच्चे का शव रखकर जाम लगा दिया.. घंटे तक लगे जम के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए जब तक सड़क पर सैकड़ो लोगों की भीड़ बच्चे का शव रखा देख लग चुकी थी.. परिजन दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.. मौके पर पहुंचे सीओ सदर, एसडीएम सदर और सीएमओ ने दोषी डॉक्टर की जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए.. कई घंटे तक जाम के बाद परिजनों को समझा-बुझाकर जाकर जिला प्रशासन ने जाम खुलवाया।