कई घंटे तक घर के बाहर नहीं निकला कोई, देर रात तक चलती रही पूछताछ
फॉरेंसिक टीम ने कार्यालय से लिये नमूने
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। नगर में ईडी द्वारा कल्पतरु बिल्डटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड के प्रबंधक के यहां छापेमारी की खबर से सनसनी फैल गयी। इस संस्था से जुड़े कई लोग अपने घरों से खिसक गये। जानकारी के अनुसार कोतवाली फतेहगढ़ के क्षेत्र कर्नलगंज के मोहल्ला भोलेपुर पटिया वाली गली में ईडी की एक टीम ने सुबह ही एक घर को अपने कब्जे में ले लिया। धीरे-धीरे यह बात बाहर आ गयी कि ईडी छापेमारी कर रही है। सूत्रों की माने तो इस कम्पनी की प्रबंधक सुमन शर्मा पत्नी दिनेश शर्मा जो कि भोलेपुर पटिया वाली गली में रहती है। उनके यहां सुबह से ही ईडी की एक टीम डेरा डाले हुए है। कई घंटे बाद घर का दरवाजा खुला टीम के एक अधिकारी बाहर निकले, लेकिन बात करने से मना कर दिया। सुरक्षा कर्मियों ने भी किसी को पास नहीं भटकने दिया। देर रात भोलेपुर स्थित एक गेस्ट हाउस में पूर्व में संचालित कार्यालय पर भी टीम सुमन शर्मा को अपने साथ लेकर गयी। समाचार लिखे जाने तक कार्यवाही जारी थी, लेकिन स्थानीय स्तर पर किसी भी अधिकारी ने मुहं नहीं खोला कि आखिर किस विभाग के अधिकारी इतनी लम्बी जांच पड़ताल कर रहे है।बताते चले कि इन्हीं सुमन शर्मा के खिलाफ फर्रुखाबाद घेर शामू खां शिव नगर निवासी राजीव कुमार शर्मा पुत्र शीषराम शर्मा ने वर्ष 2024 में सीजेएम के यहां मामला दायर कर रखा है। जिसमें उन्होंने दर्शाया कि सुमन शर्मा व उनके पति दिनेश ने 31 दिसम्बर 2014 को मुझसे कहा कि मैं कल्पतरु बिल्डटेक कॉर्पोरेशन में प्रबंधक पद पर कार्यरत हूं व मेरा कार्यालय भोलेपुर में है। 42 हजार रुपये जमा कर दो, जिसमें तुमको 31 अक्टूबर 2019 को मैं ब्याज सहित भुगतान करूंगी। मुझे बहला-फुसलाकर जमा करा लिये गये और कूटरचित फर्जी रसीद 241140 की दे दी। मेरी पत्नी संगीता शर्मा उर्फ सोनी शर्मा को भी जाल में फांस लिया और एफडीआर 30 हजार रुपये जमा कराये थे। जिसका भुगतान दिनांक 30 सितम्बर 2019 को बोनस सहित 62 हजार रुपये होना था। मामला विचाराधीन है। सूत्रों की माने तो इस कम्पनी पर करोड़ों रुपये घोटाले का मामला पहले से ही चल रहा है। ईडी के साथ आयी फॉरेंसिक टीम ने भी कार्यालय से साक्ष्य एकत्रित किये। इस दौरान कुछ मिनट के बाहर आयी सुमन शर्मा ने बताया कि फर्रुखाबाद फतेहगढ़ लगभग 15 करोड़ रुपया निवेशकों का कम्पनी ने हड़प लिया है कई मुकदमे में भी चल रहे है।
बताते चले कि पिछले वर्ष प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आगरा में निवेशकों की गाढ़ी कमाई हड़पने वाले कल्पतरू बिल्डटेक के संचालकों की 83.96 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थी। ईडी ने आगरा के कल्पतरू बिल्डटेक कारपोरेशन लिमिटेड गु्रप के सीएमडी जय कृष्ण सिंह राणा समेत अन्य के विरुद्ध प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज कर जांच आरंभ की थी। ईडी ने आगरा व मथुरा में कल्पतरू बिल्डटेक के संचालकों के विरुद्ध दर्ज दर्ज कराए गए मुकदमों को अपना आधार बनाया था। ईडी की जांच में सामने आया कि जय कृष्ण ने 50 से अधिक फर्जी कंपनियों बनाई थीं। यह कंपनियों उसने अपने कर्मचारियों व अनपढ़ रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी कंपनियां खोली गई थीं।
विभिन्न आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर निवेशकों से 1500 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुटाई गई थी। जिसमें बड़ी रकम को विभिन्न कंपनियों के जरिए डायवर्ट कर बेनामी संपत्तियां खरीदी गई हैं। ईडी ने निवेशकों की मेहनत की कमाई से खरीदी गईं 403 बेनामी संपत्तियां (कीमत 83.96 करोड़) को जब्त किया था। कंपनी मथुरा के ग्राम चुरमुरा फराह में अपार्टमेंट का निर्माण कर रही थी। कंपनी के निदेशकों ने अपने एजेंटों के साथ फ्लैटों की प्री-बुकिंग की योजना शुरू की थी। निवेशकों ने बुकिंग के समय खरीदारों से दावा किया था कि एक फ्लैट बुक करने पर निश्चित अवधि तक उन्हें प्रति माह तय राशि का भुगतान भी किया जाएगा। निवेशकों को बुक फ्लैट न लेने की स्थिति में उनकी रकम ब्याज समेत वापस किए जाने का झांसा भी दिया गया था।