कमालगंज/नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। पर्यावरण के संतुलन को बनाये रखने के लिए जहां एक ओर सरकार वृक्ष लगाने पर जोर दे रही है। वहीं लकड़ी माफिया सरकार के मंसूबों पर पानी फेरकर हरे वृक्षों को काटकर आरा मशीनों पर पहुंच रही है। जिससे क्षेत्रीय जनता में लकड़ी माफियाओं के प्रति रोष है।
जानकारी के अनुसार कमालगंज थाना क्षेत्र में वन विभाग व पुलिस की मिलीभगत से हरे पेड़ों का कटान जारी है। आम,ृ जामुन और नीम के पेड़ लकड़ी माफियाओं द्वारा काटे जा रहे हैं। नाला बाघार पर तो अंधाधुंध हरे पेड़ों की कटाई की जा रही है। दबंग लकड़ी माफिया का दावा है कि वन विभाग को हिस्सा पहुंच गया है। यह मामला कमालगंज थाना क्षेत्र के भोजपुर बघार में एक स्विमिंग पूल के निकट सामने आया है। इसी क्रम में नगला दाउद के सामने आम के बाग में भी हरे पेड़ों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है। इस मामले में वन विभाग की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं और पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।वहीं कस्बा नवाबगंज के नजदीक गांव जाफउर नगर जाने वाले रोड के किनारे से लगे आम के बाग में सोमवार को वन विभाग तथा थाना पुलिस की मिली भगत से ठेकेदार के द्वारा हरे पेड़ों पर आरा चलवा दिया गया, जबकि भारत सरकार तथा उत्तर प्रदेश सरकार लगातार वृक्ष लगाकर हरियाली करने के लिए वचनबद्ध है तथा हर वर्ष ग्राम पंचायत नगर पंचायत के माध्यम से लाखों करोड़ों रुपए के पौधे खरीद कर लगवाये जाते हैं। जिससे कि पर्यावरण हराभरा बना रहे, लेकिन वहीं लकड़ी माफिया अवैध कटान करके आरा मशीनों पर खुलेआम लकड़ी का व्यापार करते हैं। ऐसे में कैसे भला कैसे पर्यावरण को हरा भरा बना पायेगी सरकार। जब उनके ही नुमाइंदे आंख बंद करके पर्यावरण को उजाडऩे में संरक्षण दे रहे हैं।