अमृतपुर, समृद्धि न्यूज। मृतक की लाश पेड़ पर चार घंटे फांसी के फंदे पर झूलती रही। उधर पुलिस सीमा विवाद में उलझी रही। चार घंटे तक पुलिस ने इस बात की जाँच करने का प्रयास नहीं किया की आखिर वृद्ध कौन है और क्यों फांसी लगायी, बल्कि जाँच इस बात की होती रही की कैसे भी घटनास्थल दूसरे थाना क्षेत्र में होना साबित किया जाये। मजे की बात तो यह है कि मामले की सूचना आलाधिकारियों को भी नहीं दी गयी। बाद में अपर पुलिस अधीक्षक के हस्तक्षेप के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और कार्यवाही शुरू की। शव की शिनाख्त नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार थाना कादरीगेट के अमेठी कोहना दुर्वासा ऋषि आश्रम के पीछे ग्रामीण शिवाजी के खेत में एक बेरी के पेड़ पर वृद्ध का शव गमछे और रबड़ की रस्सी से झूलता हुआ चरवाहों ने देखा। मामला सुबह 9 बजे से 10 बजे के बीच का है। पुलिस को मामले की जानकारी दी गयी। थाना कादरीगेट पुलिस ने दावा किया कि घटनास्थल उनके थाने की सीमा में नहीं है। वहीं घटना स्थल थाना कादरी गेट और राजेपुर क्षेत्र की सीमा पर होने के कारण विवाद का पेंच फंस गया। इस विवाद में शव लगभग 4 घंटे पेड़ पर भीषण गर्मी में झूलता रहा। जिसके बाद मामला अपर पुलिस अधीक्षक डॉ0 संजय सिंह के संज्ञान में आने पर पुलिस हरकत में आयी। सीओ अमृतपुर रविन्द्र नाथ राय, थानाध्यक्ष राजेपुर रणविजय सिंह., थानाध्यक्ष कादरी गेट अवध नारायण पाण्डेय, फिल्ड यूनिट टीम मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतारकर उसकी तलाशी ली।
शव की जेब में निकला सुसाइड नोट
पुलिस ने शव की तलाशी ली। जानकारी के मुताबिक शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमे कुछ लोगों के नाम भी लिखे हैं। जिसकी वजह से आत्महत्या करना दर्शाया गया है। फिलहाल पुलिस न सुसाइड नोट को गुप्त कर दिया।