महिला मजदूरों के नाम पर मनरेगा में अपलोड हो रही फर्जी हाजिरी
प्रधान व रोजगार सेवक मिलकर भ्रष्टाचार मुक्त भारत अभियान की उड़ा रहे धज्जियां
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। विकास खंड की ग्राम पंचायत छछोनापुर पट्टी में अनिल के खेत से प्रवीण के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। ये कार्य पिछले तीन दिनों से कागजों में ही चल रहा है। इस कार्य में 16 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी रोजगार सेवक गौतम व प्रधान संजय द्वारा मनरेगा पोर्टल पर अपलोड कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसमें भ्रष्ट प्रधान संजय व रोजगार सेवक गौतम द्वारा फर्जीवाड़ा कर गरीब मजदूरों के हकों पर डांका डाला जा रहा है, जबकि गांव में रहने वाले ग्रामीणों द्वारा आज तक किसी भी मनरेगा मजदूर को कार्य करते हुए नहीं देखा गया है।
वहीं इसी विकास खंड की दूसरी ग्राम पंचायत कलुआपुर सानी में भी प्रधान व रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा योजना में दिल खोलकर लूट मची हुई है। यहां बालादीन के खेत से रामकिशन के खेत तक मिट्टी कार्य होना दर्शाया जा रहा है। इस कार्य में पिछले कई दिनों से 26 मजदूरों की हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर अपलोड की जा रही है जब इस कार्य के संबंध में ग्रामीणों से वार्ता की गई, तो उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि उन्होंने आज तक किसी भी मजदूर को फावड़ा चलाते हुए नहीं देखा है। यह कार्य भी सिर्फ और सिर्फ कागजों तक ही सीमित है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि जिन महिला मजदूरों की हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर रोजगार सेवक द्वारा अपलोड की जा रही है। उन महिलाओं को पता ही नहीं हैं कि वह भी मनरेगा योजना में मजदूर बन कर मजदूरी का कार्य कर रही हैं। इसी विकास खंड की तीसरी ग्राम पंचायत है बुढनपुर जहां डामर रोड से दिलीप के खेत तक मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। यहां कई दिनों से 26 मनरेगा मजदूर कार्य करते हुए कागजों में दर्शाए जा रहे हैं, लेकिन धरातल पर किसी भी प्रकार का कार्य होना नजर नहीं आ रहा है। इस संबंध में जब गांव के ग्रामीणों की जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि यहां सुबह प्रधान और रोजगार के सेवक के साथ दो.चार लोग आते हैं और फोटो खींचने के बाद तुरंत चले जाते हैं। इसी विकास खंड की चौथी ग्राम पंचायत कटरी तौफीक है। अनिल के खेत से आसमपुर सीमा तक मिट्टी कार्य होना दर्शाया जा रहा है। जिसमें 49 मनरेगा मजदूरों की हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर अपलोड की जा रही है जब गांव के ग्रामीणों से इस संबंध में जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें ऐसे किसी कार्य की कोई जानकारी नहीं है और ना ही उन्होंने आज तक किसी भी मजदूर को इस चकरोड पर फावड़ा चलते हुए देखा है। उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान व रोजगार सेवक द्वारा कागजों में ही मनरेगा के सारे कार्य कर लिए जाते हैं धरातल पर नही। विकास खंड की पांचवीं ग्राम पंचायत है सैदपुर रहमांदादपुर यहां कच्ची सडक़ से शिवपाल के बाग तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है जिसमें 33 मनरेगा मजदूरों की हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर अपलोड की जा रही है। जब इस संबंध में ग्रामीणों से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि उन्होंने आज तक किसी भी मजदूर को कार्य करते हुए नहीं देखा है। इस ग्राम पंचायत में सभी कार्य कागजों में ही चल कर खत्म हो जाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि रोजगार सेवक लाल मोहम्मद व ग्राम प्रधान श्री कृष्ण द्वारा फर्जीवाड़ा कर गरीब मजदूरों के हकों पर लगातार डांका डाला जा रहा है। बताते चलें रि शमसाबाद विकास खंड जिले में मनरेगा योजना में लूट और फर्जीवाड़े के लिए सबसे ज्यादा विख्यात है। यहां कोई भी ग्राम पंचायत ऐसी नहीं है कि जहां मनरेगा योजना में सही तरीके से हुआ हो। ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने मांग करते हुए कहा है कि अगर सही से ग्राम पंचायत की जांच की जाए तो सारा दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।