भ्रष्ट प्रधान महेश व रोजगार सेवक विशुन दयाल द्वारा लगाई जा रही फर्जी हाजिरी
एपीओ की शह पर अजीजाबाद में कागजों में ही दर्शाया जा रहा मिट्टी का कार्य
शमसाबाद, समृद्धि न्यूज। विकास खंड की ग्राम पंचायत अजीजाबाद में कैलाश के खेत से वीरेंद्र के खेत तक चकरोड पर मिट्टी का कार्य होना दर्शाया जा रहा है। ये कार्य पिछले 16 अक्टूबर से कागजों में ही चल रहा है। इस कार्य में कभी 39 तो कभी 38 मनरेगा मजदूरों की फर्जी हाजिरी रोजगार सेवक विशुन दयाल व प्रधान महेश द्वारा मनरेगा पोर्टल पर अपलोड कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है। जिसमें भ्रष्ट प्रधान महेश व रोजगार सेवक विशुन दयाल द्वारा फर्जीवाड़ा कर गरीब मजदूरों के हकों पर डांका डाला जा रहा है, जबकि गांव में रहने वाले ग्रामीणों द्वारा आज तक किसी भी मनरेगा मजदूर को कार्य करते हुए नहीं देखा गया है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि जिन महिला मजदूरों की हाजिरी मनरेगा पोर्टल पर रोजगार सेवक विशुन दयाल द्वारा अपलोड की जा रही है उन महिलाओं को पता ही नहीं हैं कि वह भी मनरेगा योजना में मजदूर बन कर मजदूरी का कार्य कर रही हैं। इस संबंध में जब मनरेगा मजदूर के तौर पर कार्य करने वाली महिलाओं से मजदूरी करने के संबंध में जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हैं घर के चूल्हा चौका से ही फुर्सत नहीं है तो मनरेगा में मजदूरी करने कैसे जायेंगीए
जब ग्राम पंचायत अजीजाबाद के ग्रामीणों से वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि प्रधान महेश द्वारा आज तक मनरेगा योजना से गांव में तो कोई कार्य कराया नहीं गया है। हो सकता है कि प्रधान ने कागजों में मनरेगा योजना से कार्य कराकर अपना विकास कर लिया हो, लेकिन गांव में होने वाले मनरेगा योजना के किसी भी कार्य में उन्होंने आज तक किसी भी मनरेगा मजदूर को कार्य करते हुए नहीं देखा है। वहीं जब कैलाश के खेत से वीरेंद्र के खेत तक चकरोड पर मिट्टी कार्य में महिलाओं के मजदूरी करने के संबंध में जानकारी की गई, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने इस जगह किसी मजदूर को कार्य करते हुए नहीं देखा है। महिलाओं द्वारा मजदूरी की बात तो छोडि़ए। उन्होंने बताया कि रोजगार सेवक विशुन दयाल के द्वारा दो चार लोगों को खड़ा कर फोटो खींच लिया जाता है और फोटो खींचने के बाद वापस कर दिया जाता हैं जब हकीकत में मौके पर जाकर देखा गया तो वहां कहीं पर भी एक भी फावड़ा मिट्टी पड़ी हुई नजर नहीं आई। ग्रामीणों ने बताया कि रोजगार सेवक विशुन दयाल व प्रधान महेश द्वारा महिलाओं की फर्जी आज भी अपलोड की जा रही है जो पूर्णतया गलत है। फर्जी हाजिरी अपलोड करने वाले भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।