उत्तर प्रदेश के बहराइच हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिवार की तरफ़ से बुलडोज़र की कार्यवाई की मांग की जा रही है. इस मांग को लेकर एक बड़ा तपका भी समर्थन कर रहा है. अब इस मामले को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार में इलाके में बुलडोजर की कार्रवाई की जाएगी या नहीं इसको लेकर अभी कुछ कहना मुश्किल है, लेकिन इलाके के एसडीएम शैलेंद्र कुमार की तरफ से महाराजगंज बाजार में मौजूद दुकानों की पैमाइश शुरू कर दी गई है, ऐसे में अवैध निर्माणों पर कार्यवाई की जा सकती है. मृतक रामगोपाल के परिवार की मांग के बाद बुलडोज़र ऐक्शन अवैध ठिकानों पर किया जा सकता है. इस कार्यवाई की संभावना और भी प्रबल हो गई है. स्थानीय एसडीएम शैलेन्द्र सिंह की अगुवाई में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की पूरी टीम महाराजगंज बाजार के मुख्य सड़क के दोनों तरफ बने हुए घरों और दुकानों की परिधि की पैमाईश शुरु की है. अब इस पैमाईश की जद में सिर्फ रामगोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी अब्दुल हमीद और सरफराज का घर ही नहीं बल्कि पूरा बाजार आ सकता है. लिहाज़ा पूरे बाजार के तक़रीबन 50 घर ऐसे हैं, जिनके घरों के नीचे दुकान और ऊपर मकान भी हैं. इन सभी पर अब बुलडोजर की कार्यवाई होने की संभावना है.
पहले भी हो चुकी है इस बाज़ार की पैमाईश
बहराइच के महाराजगंज के इस बाज़ार में सड़क के दोनों तरफ बने मकानों को तोड़ा जाना तक़रीबन एक साल से प्रस्तावित है. इसके लिए एक साल पहले भी एसडीएम की अगुवाई और पीडब्ल्यूडी विभाग की टीम की मौजूदगी में सड़क के दोनों तरफ विभाग की ज़मीन पर अतिक्रमण करके बनाए गए मकानों और दुकानों की पैमाईश करके निशान लगाया गया था. अब तक पैमाईश के एक साल बाद भी अतिक्रमण को तोड़ने और हटाने पर कोई एक्शन नज़र नहीं आया है.
बुलडोजर ऐक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के निर्देश?
बुलडोजर ऐक्शन पर सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट किया था कि बुलडोजर ऐक्शन पर रोक में अवैध अतिक्रमण शामिल नहीं होगा. सड़क, रेल लाइन हो, मंदिर हो या फिर दरगाह, अवैध अतिक्रमण हटाया ही जाएगा. हमारे लिए जनता की सुरक्षा ही प्राथमिकता है.