एसटीएफ के हत्थे चढ़ा 50 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित शातिर अपराधी

लखनऊ से हुई गिरफ्तारी।
समृद्धि न्यूज़ लखनऊ। उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम को पचास हजार रुपए के पुरस्कार घोषित शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता प्राप्त हुई है।चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ के पास से गिरफ्तार किए गए इस अभियुक्त का नाम प्रदीप कुमार है जो जनपद आजमगढ के थाना तरवां क्षेत्र का रहने वाला है।जानकारी के मुताबिक एसटीएफ को विगत काफी दिनों से फरार/पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी।इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयो/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था,जिसके अनुक्रम में पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ वाराणसी शैलेश प्रताप सिंह के पर्यवेक्षण में एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अमित श्रीवास्तव द्वारा अपनी टीम के साथ अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।अभिसूचना संकलन हेतु एसटीएफ फील्ड इकाई, वाराणसी की टीम जनपद लखनऊ में मौजूद थी कि विश्वस्त सूत्र के माध्यम से ज्ञात हुआ कि थाना खानपुर जनपद गाजीपुर में पंजीकृत मु0अ0सं0 325/2016 धारा धारा 302/201/364/120बी/34 भा0द0वि0 में वांछित 50 हजार रुपए का पुरस्कार घोषित शातिर अपराधी प्रदीप कुमार चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ के पास मौजूद है,यदि शीघ्रता की जाय तो पकड़ा जा सकता है।इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचकर प्रदीप कुमार उपरोक्त को गिरफ्तार कर लिया गया।अभिसूचना संकलन एवं गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ से पाया गया कि अभियुक्त प्रदीप कुमार के पिता रामअवध राम कस्बा व थाना चिरैयाकोट, जनपद मऊ में आशीष नर्सिंग होम के नाम हास्पिटल चलाते थे।रामअवध राम का अपने हास्पिटल के ही एक महिला सहकर्मी से संबंध हो गया था, जिसको लेकर रामअवध राम का अपने परिवार से विवाद रहने लगा,जिसके कारण कुछ दिनों के बाद चिरैयाकोट में अपना हास्पिटल बन्द कर राम अवध राम अपने महिला सहकर्मी के साथ जहानागंज जनपद आजमगढ में हास्पिटल खोल लिया।इसके कुछ दिन बाद रामअवध राम 11 जुलाई वर्ष 2016 को अचानक गायब हो गया।इसी दौरान इसी तिथि को एक अज्ञात शव जनपद गाजीपुर के थाना खानपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्रामसभा क्षेत्र सादीभादी में मिला था।इस संबंध ग्राम प्रधान सादीभादी की सूचना पर थाना खानपुर पर मु0अ0सं0 325/2016 धारा 302/201/364/120बी/34 भा0द0वि0 बनाम अज्ञात पंजीकृत हुआ था।उक्त अज्ञात शव की शिनाख्त कुछ माह बाद रामअवध राम के रूप में हुई थी। स्थानीय पुलिस की विवेचना से उक्त घटना में रामअवध राम की पत्नी व इसके बेटे प्रदीप कुमार, संदीप कुमार व आशीष कुमार का नाम प्रकाश में आये,जिसमें से प्रदीप कुमार को छोडकर शेष अभियुक्तगण को गिरफ्तार कर स्थानीय पुलिस द्वारा जेल भेजा जा चुका था।प्रदीप कुमार वर्ष 2016 से ही फरार चल रहा था, जिसे एसटीएफ द्वारा दिनांक 10 अक्टूबर वर्ष 2024 को गिरफ्तार किया गया।गिरफ्तार अभियुक्त ने घटना के संबंध में बताया कि उसके पिता घर आये जहॉं महिला सहकर्मी को लेकर घर में विवाद हो गया,जिसके दौरान वह और उसके भाई व मॉ ने मिलकर रामअवध की रस्सी से गला दबाकर हत्या कर शव को बोरे में भर कर औडिहार वाले रोड पर सादीभादी गांव के पास फेंक दिया था।उक्त घटना के खुल जाने पर जब उसके भाई व मॉं जेल चले गये तो वह तभी से लुकछिप कर रह रहा था। उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त प्रदीप कुमार को मु0अ0सं0 325/2016 धारा 302/201/364/120बी/34 भा0द0वि0 में थाना खानपुर, जनपद गाजीपुर में दाखिल किया गया।अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा किया जा रहा है।

अमिताभ श्रीवास्तव

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