अमृतपुर, समृद्धि न्यूज। बीते दिनों राजेपुर विकास खंड की ग्राम पंचायत अमैयापुर के प्रधान पुत्र शिवदेश यादव के ऊपर अमैयापुर निवासी रजनीश पुत्र रमेश धर्मेंद्र पुत्र हरनाथ, मनोज कुमार पुत्र जयचंद, शांति देवी पत्नी संतराम, प्रेम कुमार पुत्र जागेश्वर ने आवास में धन उगाही का आरोप लगाते हुए डीएम संजय को तहसील दिवस में प्रार्थना दिया दिया। जिसमें उसने दर्शाया कि प्रधान पुत्र शिवदेश ने मुझसे आवास के नाम पर प्रति आवास 30000 के हिसाब से मांगे। हम लोगों ने प्रधान पुत्र शिवदेश यादव के खाते में फोन-पे के माध्यम से बीस-बीस हजार रुपए भेज दिए। रुपए पहुंचने के बाद प्रधान पुत्र ने कहा आप लोगों के आवास काट दिए गए हैं। जो पैसा आप लोगों द्वारा दिया गया है वह शासन द्वारा वापस नहीं भेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए विकास खंड अधिकारी कौशल किशोर गुप्ता को 3 सदस्य टीम गठित कर जांच करने के निर्देश दिए, तभी इस पूरे घटनाक्रम में एक सच सामने आया। अमैयापुर निवासी मदन पाल पुत्र रामनाथ ने डीएम को एक शपथ पत्र देते हुए बताया की प्रधान पुत्र के ऊपर आवासों में जो धन उगाही का आरोप जिन ग्रामीणों ने लगाया है वह निराधार हैष उन्होंने शपथ पत्र में कहा कि बीती 24 जून 2022 को मैंने अपनी पुत्रवधू के इलाज के लिए ग्राम प्रधान पुत्र शिवदेश यादव से 60000 उधार लिए थे। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के कारण मैंने प्रधान पुत्र को तीन बार में अलग-अलग समय पर गांव के ही बीसी सखी के पति द्वारा उनके खाते में डलवाए। मदन पाल के द्वारा बताया गया कि गांव के ही व्यक्ति धर्मेंद्र पुत्र हरनाथ एवं अन्य लोगों के आवास अपात्र होने के कारण शासन द्वारा स्वीकृत नहीं किए गए हैं। शपथ पत्र में दर्शाया कि जिन 5 लोगों द्वारा आवास काटे जाने की शिकायत की गई। उनमें से धर्मेंद्र पुत्र हरनाथ बीसी सखी के परिवारी जन है। इसी बात का फायदा उठाते हुए जो मेरे द्वारा उधार लिए हुए पैसे प्रधान पुत्र के खाते में फोन-पे के माध्यम से भेजे गए थे। जिसकी रसीद का उन्होंने फर्जी तरीके से दुरुपयोग करते हुए प्रधान पुत्र पर झूठा धन उगाही का आरोप लगाया है।