प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने का लेते थे ठेका
समृद्धि न्यूज। 17 फरवरी से शुरू हो रही पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंध लगाने की कोशिश को पुलिस ने नाकाम कर दिया। पुलिस ने सॉल्वर गैंग के तीन सदस्य को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से 8.84 लाख रुपये की नगदी व पुलिस भर्ती को लेकर पहचान पत्र व अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद हुई हैं।
पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस भर्ती परीक्षा की शुचिता बनाए रखने के लिए एडीजी भानु भाष्कर के निर्देश पर पुलिस मुस्तैद है। इसके लिए साइबर सेल व एसओजी को भी निगरानी के लिए लगाया गया था। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि शहर कोतवाली के ओसा के समीप सॉल्वर गैंग के कुछ सदस्य कार में मौजूद हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी की तो कार सवार भागने लगे। इस दौरान तीन लोग पकड़े गए। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम आयुष पांडेय निवासी बभनपुरा थाना रानीगंज जनपद मऊ, पुनीत सिंह निवासी जोगीनाका थाना गोपीगंज जनपद भदोही, नवीन सिंह निवासी हरपुर पोस्ट बगली पिजरा थाना सरायखंसी जनपद मऊ बताया। आरोपियों के पास से 8.84 रुपये नकद व पुलिस भर्ती से जुड़े कुछ पहचान पत्र, पांच मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, सरकारी विभागों से जुड़ी आठ मोहर, 18 प्रवेश पत्र व मार्कशीट, दो कूटरचित दस्तावेज, तीन हस्ताक्षर सहित चेक व बलेनो कार बरामद हुई है। एसपी ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वह विभिन्न परीक्षाओं के फर्जी दस्तावेज बनाने व परीक्षा पास कराने के नाम पर भोले-भाले अभ्यर्थियों को झांसे में लेकर धन उगाही करते थे। कौशाम्बी सहित आसपास के जिलों में भी उनका नेटवर्क है। पकड़ा गया आयुष कोचिंग संस्थान में पढ़ाता है। वहीं, पुनीत और नवीन भी कोचिंग संचालकों के सम्पर्क में रहते हैं। इसी वजह से अभ्यर्थी इनके झांसे में आ जाते थे। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने का ठेका लेते थे।