फतेहगढ़ में है तैनात, अब वह पेरिस में साधेगें निशाना
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। पंजाब के फरीदकोट में जन्मे मजदूर पिता के बेटे संदीप सिंह ने राइफल शूटिंग में प्रशिक्षण प्राप्त कर देश का नाम रोशन किया है। सियाचीन से लेकर फतेहगढ़ में तैनात संदीप सिंह ने कोटा विजेता व वल्र्ड चैम्पियन को हराकर अब पेरिस जाकर निशाना साधेगेंं। 28 वर्षीय नायब सूबेदार संदीप सिंह का ओलंपिक में सलेक्शन हुआ है। उन्होंने पहली बार राइफल पकड़ी थी, तब वह उत्तर प्रदेश के फतेहगढ़ में रहकर 300 मीटर दूर रखे टारगेट पर परफेक्ट निशाना साधकर सबको हैरान कर दिया। स्पोट्र्स शूटर के रुप में संदीप सिंह का कैरियर शुरु हुआ। प्रशिक्षकों ने देखकर कहा कि ऐसा लग रहा है कि वह जन्मजात से शूटर हो। सिखलाइ इन्फैन्ट्री से जुड़े संदीप सिंह ने ओलंपिक सलेक्शन ट्रायल में 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में टॉप रहे थे। उन्होंने पेरिस जाने वाले भारतीय शूटिंग दल में जगह बनायी। 2022 में ओलंपिक कोटा विनर अर्जुन बबूता और वल्र्ड चैम्पियन रुद्राक्ष पाटिल को सिकस्त दी। दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में माइनस 50 डिग्री वाले दुर्गम सियाचीन गिलेशियर में 2021 में तीन महीने रहे। ५४ हजार मीटर की ऊंचाई पर वह हमेशा बंदूक के ट्रिगर पर उंगली रखकर बर्फीले जंगल में तैनात रहे। 2021 टोक्यो ओलंपिक के लिए रिजर्व रुप से शामिल होने वाले डोप टेस्ट में फेल हो गये। कमांंडिंग अफसर के अनुरोधा के चलते उन्हे मौका दिया गया और वह दिल्ली चले गये और उन्होंने शूटिंग में फिर अपना सपना पूरा किया। संदीप सिंह बताते है कि मेरे पिता बलजिंदर सिंह मजदूर थे। मैने ईंट उठाने से लेकर राजमिस्त्री तक काम किया। सेना में नौकरी मिली और आगे बढ़ा। ओलंपिक में अच्छे प्रदर्शन से हमें मदद मिल सकती है। पेरिस ओलंपिक में चयन होने पर फतेहगढ़ के अधिकारी व उनके साथ तैनात जवानों ने उनका चयन होने पर बधाई दी है। समाजसेवी सुनील गुप्ता ने संदीप सिंह को शुभकामनायें प्रेषित की है।