*आलाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घटना की ली जानकारी
*आठ का लोहिया में चल रहा है इलाज, एसपी ने पहुंचकर की जानकारी
अमृतपुर, समृद्धि न्यूज। अन्नप्राशन से वापस लौट रहे ग्रामीणों से भरा टै्क्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। जिससे दबकर दो चचेरी बहनों की मौत हो गई और 25 लोग गंभीर रुप से घायल हो गये। मौके पर पहुंचे आलाधिकारियों ने जांच पड़ताल की और घायलों को उपचार के लिए सीएचसी भिजवाया। जहां से हालत बिगडऩे पर नौ लोगों को लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया। लोहिया पहुंचने पर चिकित्सक ने एक को सैफई के लिए रेफर कर दिया। वहीं अस्पताल में लाइट न होने पर डिप्टी सीएमओ ने चिकित्सक की जमकर फटकार लगायी, कर्मचारी ने कभी जनरेटर खराब होने व डीजल न होने की जानकारी दी। वहीं घायलों को ले जाने के लिए पड़ोसी जनपद से भी एंबुलेंसों को बुलाना पड़ा।
तहसील अमृतपुर के ग्राम कुम्हौर के खुशहाली नगला निवासी धनीराम के पुत्र का रविवार को अन्नप्राशन कार्यक्रम था। परिवार व गांव के लोग टै्क्टर से थाना अमृतपुर क्षेत्र में स्थित जगदीशानन्द आश्रम मोहकमपुर गये थे। अन्नप्राशन कार्यक्रम करने के पश्चात घर आ रहे थे, तभी गांव के निकट टै्रक्टर तेज गति से होने के चलते अनियंत्रित होकर पलट गया। जिसमें बैठे लोग उसके नीचे दब गये और 25 लोग गंभीर रुप से घायल हो गये। घायलों में रोशनी पुत्री अर्जुन, कीर्ति पुत्री अरविन्द, संगीता देवी पुत्री सिद्धराज, अक्षय कुमार पुत्र नीरज, कंचन पुत्री धनीराम, संध्या पुत्री सिद्धराम, उपेन्द्र यादव पुत्र विद्याराम, धु्रवतारा पुत्र निकुल, लक्ष्मीदेवी पत्नी बेंचेलाल, लौंगश्री पत्नी लोकराम, गीता देवी पत्नी रामसागर, मीना पत्नी मुकेश, सोनी, अंजली पुत्री सिद्धराम, मोनी पुत्री शैलेन्द्र, शशी पुत्री चमकेश, मेनकी पुत्री केशराम, मेनसी पुत्री विद्याराम, सुभि पुत्री नक्षत्रलाल, रागिनी पुत्र देवेन्द्र, सीमा पुत्री बेनी, चित्रा पुत्री निकुल, रंजना पुत्री धनीराम, अंशु पुत्र रतनेश, अंजली पुत्री वालेश आदि के नाम शामिल है। वहीं चचेरे बहने सभ्या पुत्री सिद्धाराम उम्र 9 वर्ष, सौम्या पुत्री बुद्धराम 17 वर्ष की मौत हो गई। सूचना मिलते ही एडीएम सुभाषचन्द्र प्रजापति, एसडीएम पदम सिंह, सीओ रवीन्द्र नाथ राय, तहसीलदार ने पहुंचकर जायजा लिया। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सक ने घायलों को लोहिया अस्पताल रेफर कर दिया। लोहिया पहुंचने पर चिकित्सक ने एक को सैफई के लिए रेफर कर दिया, जबकि आठ घायलों का उपचार शुरु कर दिया। सूचना पर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा ने लोहिया पहुंचकर घायलों से पूछताछ की।
*टार्च की रोशनी में घायलों का हुआ उपचार
अमृतपुर। टै्क्टर पलटने से हुई दो मौतों और 25 लोगों के घायल होने की सूचना मिलने पर अमृतपुर अस्पताल पहुंचे एसीएमओ डा0 दलवीर सिंह को अस्पताल में अंधेरा मिला। जहां टार्च की रोशनी में चिकित्सक उपचार कर रहे थे। इस बात पर एसीएमओ का पारा चढ़ गया और चिकित्सक को फटकार लगायी और जनरेटर चलवाने की बात कही। जिस पर चिकित्सक ने कोई माकुल जबाव नहीं दे पाया। कभी जनरेटर खराब होने तो कभी डीजल न होने की बात कहकर बगले झाकते नजर आये। चिकित्सक ने यह भी कहा कि डीजल के लिए अस्पताल में अलग से फंड नहीं आता है तो एसीएमओ ने कहा कि आपातकीलन स्थिति में किसी भी फंड से डीजल डलवाया जा सकता है। अस्पताल में रोशनी न होने पर एसीएमओ ने कड़ी नाराजगी जतायी और मरीजों को आश्वासन दिया कि वह अस्पताल में रोशनी की व्यवस्था कराके जायेंगे। उन्होंने कहा कि एएनएम को निर्देश दिये गये है कि वह घायलों के घरों पर जाकर उनके स्वास्थ्य कें बारें में जानकारी की और किसी भी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकता पडऩे पर उन्हें उपचार मुहैया कराया जाये।
*टै्क्टर को चला रहा था नाबालिक किशोर, शासनादेश की अनदेखी
फर्रुखाबाद। शासन ने टै्क्टर पर सवारी ढोने पर प्रतिबंध लगा रखा है। बावजूद इसके टै्क्टरों पर बराबर सवारियां ढोई जा रही है। इसे नागरिकों की गैर जागरुकता कहे या पुलिस प्रशासन की लापरवाही कहें कि शासनादेश के बावजूद टै्रक्टरों पर सवारियां ढोई जा रही है और घटनायें अमल में आ रही है। वहीं जिस टै्रक्टर से घटना घटी उसे १६ वर्षीय किशोर सरनेश पुत्र अजुर्न चला रहा था, जो मौके से भाग गया। इस बात पर भी पुलिस प्रशासन की नजर नहीं पड़ी। वहीं अपर जिलाधिकारी ने कहा कि पहले घायलों का उपचार उसके बाद घटना की जांच करायी जायेगी, जो भी दोषी होगा उस पर कार्यवाही होगी।