नवाबगंज, सृद्धि न्यूज। त्याग व बलिदान के पर्व मुहर्रम पर शनिवार को भव्य ताजिया व अखाड़ा जुलूस निकाला गया। शिल्प कौशल से सजे अनूठे ताजियों ने मन मोहा तो अखाड़ों में हैरतअंगेज करतब हुए। मुहर्रम की दसवीं तारीख पर शनिवार को योम-ए-आशुरा धूमधाम से मनाया गया। इमाम चौकों व घरों में कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी हुई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया। शहीद-ए-आजम हजरत सैयदना इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत को याद करते ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस गंगा गली के आगे कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ। जहां खिराज-ए-अकीदत पेश करने के बाद ताजियों को सुपुर्दे खाक किया गया। नगर के अलावा सिरमौरा बांगर, जाफर नगर, बंजारा बस्ती चंदनी, मिलकिया पठान, भगौरा, भगोना, आजाद नगर आदि गांव के ताजिये जुलुस में शामिल रहे। जो आकर्षण का केंद्र रहे।
ताजिया जुलूस में आए कलाकारों को कमेटी द्वारा पुरस्कृत किया गया। नसीमुद्दीन सिद्दीकी, फारूक अली, सोहेल सिद्दीकी, असद पठान, जाकिर सिद्दीकी, सरताज सिद्दीकी, नौशाद कुरेशी, एहसान सिद्दीकी, आसिफ अली, अलीम सिद्दीकी, नाजिम सिद्दीकी, मुस्तकीम सिद्दीकी, सदीक सिद्दीकी ,युसूफ अहमद, उपाध्यक्ष आदि लोग मौजूद रहे।