थानाध्यक्ष ने रामताल मंदिर/आश्रम के साधु संतों की बुलायी बैठक

अप्रैल/मई में फसल कटने तक यथास्थिति बनाये रखने के दिये निर्देश
नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। बीते दिन ऐतिहासिक रामताल मंदिर ट्रस्ट की भूमि पर कब्जे को लेकर साधु संत दो धड़ों में बंट गये थे। दोनों ओर से थानाध्यक्ष को तहरीर दी गयी थी। जिस पर थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों की बैठक बुलाकर अप्रैल-मई तक दोनों पक्षों का कब्जा बरकरार रखने की बात कही। इसके बाद जो भी निर्णय होगा वह सभी को मानना होगा।
जानकारी के अनुसार बीते दिन कस्बा नवाबगंज स्थित अचरा रोड पर गांव कक्यिोली में बने ऐतिहासिक मंदिर रामताल के साधु संत अपने गुरु बाबा बालकदास की मृत्यु के बाद दो धड़ों में बंट गये। एक पक्ष ने मंदिर की भूमि पर कब्जा करने तथा दूसरे पक्ष ने गेहूं, धान आदि चोरी करने का आरोप लगाकर थाने में तहरीर दी थी। जिस पर थानाध्यक्ष विद्यासागर तिवारी ने उपरोक्त मामले से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया था। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आज थानाध्यक्ष ने दोनों पक्षों की बैठक बुलायी तथा दोनों पक्षों को समझाने बुझाने का प्रयास किया। जिस पर दोनों पक्ष एक दूसरे की बात मानने को तैयार नहीं थे, लेकिन उन्होंने बताया की मंदिर के ट्रस्ट में खेतीबाड़ी अधिक है और फसलें हो चुकी हैं। इसलिए अभी विवाद ना करें, क्योंकि जिन लोगों ने फसलें बोई हैं उनको नुकसान हो जायेगा। ऐसे में अप्रैल/मई तक दोनों पक्ष मंदिर पर अपना-अपना हक बरकरार रखेंगे और अप्रैल/मई में जो भी फसल उगेगी, उससे जो भी धन अर्जित होगा, उससे दोनों पक्षों की राय लेकर वह धन मंदिर के कार्यों में लगाया जाएगा। इसके बाद जैसी भी साधु संतों की इच्छा होगी वह वैसा कर सकते हैं। इसके लिए साधु संत अपने ही गुरुजनों संतों से राय लेकर अपना-अपना फैसला सुरक्षित करें। इस मौके पर थाना अध्यक्ष विद्यासागर तिवारी, दरोगा इंद्रजीत सिंह, दरोगा हेमंत कुमार, दरोगा गिरीश चंद्र, दरोगा संतोष कुमार ने सभी साधु संतों से उनकी राय जानी। कई घंटे चली कड़ी मशक्कत के बाद साधु संत अप्रैल/मई तक यथास्थिति बनाये रखने को राजी हुए और लिखित समझौता हुआ। इस मौके पर संत प्रदीप भारती भैरव मंदिर भोलेपुर शिष्य मनोज भारती तथा भोलेपुर हनुमान मंदिर के महंत महात्मा हरिशंकर दास, लक्ष्मीकांत, रामदास, भोला दास, कन्हैया दास, गंगादास, बलराम दास सहित दर्जनों की संख्या में दोनों पक्षों से साधु संत मौजूद रहे।

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