*पिता की बंदूक लेने आये थे पैतृक गांव, पुलिस ने ली राहत की सांस
नवाबगंज, समृद्धि न्यूज। गैर प्रांत के डीआईजी के थाने पहुंचने पर हड़कंप मच गया। जब मामला समझ में आया तो पुलिस कर्मियों ने राहत की सांस ली।
थाना नवाबगंज पर अचानक झारखंड के डीआईजी के आने की सूचना उपलब्ध कराई गई। जैसे ही गैर प्रांत के डीआईजी के आने की सूचना कार्यवाहक थानाध्यक्ष नरेंद्र कुमार को मिली तो पुलिस के हाथ पांव फूल गए, लेकिन मामला कुछ और ही था। झारखंड सीआरपीएफ के डीआईजी विजय कुमार अपने साथ सीआरपीएफ फोर्स के साथ थाने पहुंचे तो उन्होंने अपने पिता के नाम की मृत्यु के बाद जमा की गई बंदूक के बारे में जानकारी की और लाइसेंस दिखाकर पुलिस से बंदूक तलब की। पुलिस को पता लगा कि नवाबगंज थाना क्षेत्र के गांव सरोली निवासी स्वर्गीय रामनाथ के पुत्र विजय कुमार जोकि झारखंड में सीआरपीएफ के डीआईजी के पद पर तैनात है। वहां से उन्होंने अपने पिता की निशानी के तौर पर बंदूक हासिल करने के लिए अपने विभाग के माध्यम से लाइसेंस अपने नाम करा कर और पिता की बंदूक को अपने नाम कराने के लिए वह अपने पैतृक गांव सिरौली आए थे। बंदूक लेने के लिए थाने पहुंचे तो थाने में हड़कंप मच गया।