*न्यायालय के आदेश पर तीन महिलाओं सहित सात पर मुकदमा दर्ज
मेरापुर, समृद्धि न्यूज। पुलिस द्वारा बरामद की गई किशोरी को बाल कल्याण समिति ने उसकी मां के सुपुर्दगी में दे दिया। सुपुर्दगी के पांचवें दिन आरोपी पुन: किशोरी को भगा ले गये। इस दौरान मां पर जानलेवा हमला भी किया। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने तीन महिलाओं सहित सात लोगों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया।
थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी पीडि़त महिला ने न्यायालय के आदेश पर पड़ोसी गांव कछपुरा निवासी राजू पुत्र जुगल किशोर व उसकी मां अमीसा, भाई संजीव व संजू तथा मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के गांव कन्हई निवासी राजू की बुआ जलदेवी व उसकी बहन किरन, बहनोई विनोद के विरुद्ध षड्यंत्र के तहत संपत्ति हड़पने की नियत से किशोरी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज कराया है।
तहरीर के अनुसार पीडि़ता अपने मायके में रहती है, एक किशोरी पुत्री के अलावा महिला के अन्य कोई संतान नहीं है। पीडि़ता अपने मायके की संपत्ति की एक मात्र मालकिन है। पीडि़ता ने आरोप लगाया कि आरोपीगण उसकी सम्पत्ति को हड़पना चाहते है। इसलिए कूटरचित षड्यंत्र के तहत उसकी पुत्री को 18 मई को बहला-फुसलाकर भगा ले गये। पुलिस ने किशोरी को बरामद कर लिया और बाल कल्याण समिति के जरिए पीडि़ता के हवाले कर दिया, लेकिन मेरापुर पुलिस की लापरवाही के चलते आरोपियों के हौसले बुलंद बने रहे और वे पुन: षड्यंत्र करके किशोरी को आरोपीगण 14 जून को पीडि़त महिला की ससुराल जनपद मैनपुरी थाना बेबर क्षेत्र के एक गांव से जबरदस्ती पुत्री को भगा ले आए। महिला ने राजू के घर जाकर देखा तो आरोपियों ने जान से मारने की नियत से पीडि़ता पर हमला कर दिया और किशोरी को रात में ही गायब कर दिया। पुलिस से सम्पर्क करने पर रिपोर्ट नहीं लिखी गई। तब पीडि़ता ने अदालत में वाद दायर किया। अदालत के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर कार्यवाही शुरु कर दी।