मोहम्मदाबाद/कमालगंज, समृद्धि न्यूज। कस्बा मोहम्मदाबाद में मातम के साथ ताजिए निकाले गये। इस दौरान या हुसैन की सदायें गूंजती रहीं। वहीं पुलिस फोर्स भी साथ में चल रहा था। मोहर्रम गम और मातम का महीना है जिसे इस्लाम धर्म के लोग पहला महीना मानते हैं। मुहर्रम की 10 तारीख को आशूरा का दिन भी कहा जाता है। आशूरा के दिन विशेष समुदाय के लोग रोजा (व्रत) भी रखते हैं घरों में कुरानखानी (कुरान) की तिलावत भी करते हैं। चांद की 9 तारीख के हिसाब से कस्बा मोहम्मदाबाद में शाम को बड़े इमाम चौक पर शाम को ताजिया रखा जाता है और फिर वहां लोग अपनी अपनी मन्नते व मुरादे मांगने आते हैं और जिनकी मुरादें पूरी हो जाती है वो मेंहदी और छोटे-छोटे ताजिए भी चढ़ाते हैं व फतहाखानी करते हैं। अलमदार,इसरार मंसूरी, वाजिब पठान, शाहिद, नफीस, सद्दाम कदीमी ताजियेदार, मोहम्मद लईक, मायूम उर्फ मुन्ना मिस्त्रीस मोहम्मद वसीम गफरी, मन्नती ताजियादार, गुड्डू गफ्फारी, जाफर मंसूरी, वाजिब पठान, हसमुद्दीन, निज़ाम, मुजीब, इसरार, सलमान, फकरे आलम, आशिक सिद्दीकी आदि कमेटी के सदस्य ने 12.30 बजे बड़े इमाम चौक से ताजिया उठाकर पहले सभी ताजियों को लेकर कस्बे का भ्रमण करते हुए शिवाजी नगर मस्जिद वाली गली से होते हुए कोतवाली गेट से संकिसा रोड पर अखाड़े के साथ होते हुए संकिसा रोड पर स्थित अशोका कोल्ड के पास कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किए गए। वहीं मौके पर कोतवाली प्रभारी अमर पाल सिंह समेत थाने का भारी पुलिस फोर्स मौके पर मौजूद रहा।
वहीं कमालगंज प्रतिनिधि के अनुसार मोहर्रम की दसवीं तारीख को शहीद-ए-आजम हजरत सैयदना इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत को याद करते ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ। जहां शहीदाने कर्बला को खिराज-ए-अकीदत पेश करने के बाद ताजियों को सुपुर्दे खाक किया गया। ताजिया पंचायती नगला दाऊद, शमीम अहमद, ताजिया लोहिया नगर, हनीफ कुरैशी, ताजिया आजाद नगर सराय, फखरुद्दीन, ताजिया नई बस्ती सलीम, ताजिया पंचायती मोहल्ला किदवई नगर, मो0 खलील, ताजिया जवाहर नगर, अब्दुल हक अंसारी, ताजिया शास्त्री नगर त्रिलोकी वाली गली, पप्पू इस्लाम, ताजिया नई बस्ती, मतलूब शाह, ताजिया मोहनपुर रोड, नई बस्ती, सलमान खान, ताजिया मंसूरी मोहल्ला जवाहर नगर, रफीक अहमद, ताजिया थाना कमालगंज इमाम चौक, इस्लाम सहित तमाम इमाम चौकों से जुलूस निकले। बाद में ताजिया करबला में दफन किये गये। बेहतरीन अखाड़ों से ताजिया का जुलूस निकाले गए कर्बला मैदान में पैगंबर के नवासे इमाम की लड़ाई हुई शहादत को याद कर जांगियों ने लडऩे वाले करतब दिखाए तथा आग से करतब निराला रहा। कमालगंज स्थित इमामबाड़ा मेले में खूब चहल पहल रही। सरायमीरा कन्नौज के अखाड़े द्वारा उस्ताद मोहम्मद इस्लाम कन्नौज मोहम्मद निजाम, मोहम्मद सलमान, मोहम्मद नदीम, मोहम्मद सोहेल, मोहम्मद फरमान, मोहम्मद शिबू, मोहम्मद नूर हसन द्वारा छड़ी करतब दिखाए गए। मोहर्रम कमेटी के अध्यक्ष मोहम्मद वसीम भी इस दौरान मौजूद रहे।