सरकार के स्वच्छता मिशन को पलीता लगा रहे प्रधान व सचिव

*छिछोनापुर पट्टी में निर्माण के बाद डेढ़ वर्ष से ताला बंदी का शिकार सार्वजनिक शौचालय, ग्रामीण व महिलायें खुले में शौच जाने को मजबूर
शमशाबाद, समृद्धि न्यूज। इसे ग्रामीणों का दुर्भाग्य कहें तो ज्यादा बेहतर होगा, क्योंकि सरकार स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देकर ग्रामीणों को घर-घर शौचालय उपलब्ध करा रही है। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते भ्रष्टाचार के शिकार बने हुए हैं, क्योंकि भ्रष्टाचार के दलदल में फंसने वाले लोग निकलने की कोशिश तो कर रहे हैं मगर प्रशासनिक अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ाने वाले जनप्रतिनिधि आज भी सरकार और जनता के अरमानों पर पानी फेर रहे हैं। ऐसा ही एक उदाहरण शमशाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम छिछोनापुर पट्टी में देखने को मिला। जहां कोई डेढ़ वर्ष पूर्व वर्ष 2020-21में पंचायती राज विभाग द्वारा हजारों लाखों रुपए की कीमत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। शौचालय का निर्माण कार्य भी पूर्ण हो गया, लेकिन पिछले डेढ़ वर्षों से शौचालय ताला बंदी का शिकार देखा जा रहा है। मजबूर ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर है।
ग्रामीणों के अनुसार बताया गया ग्राम प्रधान संजय कुमार तथा सचिव दिलीप कुमार द्वारा 2020-21 में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। सोमवार को ग्रामीणों ने पत्रकारों को अपनी समस्या बतायी। रुकमणी देवी, राघव, प्रशांत, राजेश, अमित कुमार सहित तमाम लोगों ने बताया ग्राम प्रधान तथा सचिव द्वारा हजारों की कीमत से सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराया गया था। ग्रामीणों ने कहा जब गांव में सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कार्य आरंभ कराया गया था तो उन्हें काफी खुशी हुई थी। ग्रामीण यह सोचकर खुश थे अब उन्हें खुले में नहीं बल्कि सार्वजनिक शौचालय में शौचक्रिया के लिए जाना होगा, लेकिन यह क्या सार्वजनिक शौचालय का निर्माण कराए जाने के बाद भी ताला नहीं खोला गया, बल्कि आज तक ताला लटका हुआ देखा जा रहा है ग्रामीणों के अनुसार उन्होंने कई बार ग्राम प्रधान से सार्वजनिक शौचालय का ताला खुलवाएं जाने की मांग की, लेकिन बात को आया गया कर दिया गया। इस संबंध में ग्रामीणों ने खंड विकास अधिकारी शमशाबाद से भी शिकायत की। अफसोस है ग्रामीणों की शिकायत पर आज तक ध्यान नहीं दिया गया।
मजबूरन गांव के बच्चे बूढ़े जवान सभी खुले आसमान के नीचे खेत खलिहानों में शौच जाने को मजबूर है। ग्रामीणों ने प्रशासनिक अधिकारियों से पिछले डेढ़ वर्ष से बंद पड़े सार्वजनिक शौचालय का ताला खुलवा कर ग्रामीणों को समर्पित किए जाने की मांग की। ग्रामीणों की शिकायत पर जब ग्राम प्रधान संजय कुमार से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन समाचार लिखे जाने तक प्रधान से संपर्क नहीं हो सका था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *