अमृतपुर, समृद्धि न्यूज। तहसील सभागार अमृतपुर में भारतीय किसान यूनियन टिकैट गुट द्वारा अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया गया। तहसील परिसर में भाकियू नेताओं ने मांग उठायी कि लेखपाल सावन यादव का स्थानांतरण किया जाए, वह भ्रष्टाचार में लिप्त है। ग्राम कमालुद्दीनपुर में रामनारायण पांडे की खड़ी सरसों की फसल इन्हीं के द्वारा जुतवायी गई। सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गई सूचना खंड विकास अधिकारी राजेपुर एवं तहसील अमृतपुर द्वारा अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। ग्राम कोलासोता, अमैयापुर, गुडेरा (सातों मजरा), खाखिन, बेचेपट्टी, हरपालपुर, भावन, अस्लानपुर, वजीरपुर, बथुआ की मडैय़ा, डांडीपुर की मडैय़ा हीरानगर आदि ग्रामों में राम गंगा का जलस्तर बढऩे के कारण बाढ़ की स्थित्ति उत्पन्न हो गई है। जिससे वहां खड़ी मक्के एवं मूंगफली की फैसले जलमग्न हो गई है। लेखपाल द्वारा सर्वे कराकर किसानों को फसलों का उचित मुआवजा दिलवाया जाए। ग्राम बेचेपट्टी निवासी कमलेश तिवारी के घर में बिजली के तार से आग लगने के कारण उनकी पुत्री शिवानी एवं भैंस जल गई थी। भैंस की स्थिति मरणासन्न है उनका सर्वे कराया जाए एवं उनको उचित मुआवजा दिलाया जाए। तहसील अमृतपुर में बाढ़ कंट्रोल रूम खोला जाए। 24 घंटे कर्मचारियों की ड्यूटी रहनी चाहिए। जिससे बाढ़ पीडि़त किसान अपनी समस्याओं से कंट्रोल रूम को अवगत करा सके। गंगा एवं रामगंगा से बाढ़ की स्थिति को देखते हुए प्रशासन से मांग कि वह अभी से उचित संसाधनों की व्यवस्था करके बाढ़ से निपटने की तैयारी कर ले। जिससे बाढ़ के समय बाढ़ पीडि़तों की त्वरित गति से मदद कर सके। तहसील में विरासत और मेड बंदी के मामले लेखपालों की उदासीनता के कारण काफी समय से लंबित पड़े हैं। इनका तीव्र गति से निस्तारण होना चाहिए। अमृतपुर तहसील के अंतर्गत आने वाले तमाम गांव प्रत्येक वर्ष बाढ़ से प्रभावित होते हैं। संज्ञान में आया है कि तहसील प्रशासन द्वारा किसानों से लोन की वसूली की जा रही है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए किसानों से किसी भी तरह की कोई वसूली न की जाए, आदि मांगों को शामिल किया गया। खबर लिखे जाने तक भारतीय किसान यूनियन टिकैट गुट का धरना प्रदर्शन जारी है। इस मौके पर प्रभाकांत मिश्रा, जिलाध्यक्ष अरविन्द शाक्य, अजय कटियार सहित बड़ी संख्या में किसान नेता मौजूद रहे।