फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। बरसात में सब्जियों के दाम आसमान पर जा पहुंचे हैं। जिससे मध्यमवर्गीय लोगों का बजट गड़बड़ा गया है।
बताते चलें कि बरसात में सब्जियां खेतों में पानी भरने से नहीं टूट पाती हैं। जिससे बाजार में उनकी आवक कम हो जाती है। जिससे दामों में वृद्धि स्वभाविक है। सबसे ज्यादा वृद्धि टमाटर में हुई है। टमाटर ६० से ७० रुपये किलो में बिक रहा है। वहीं भिंडी ४० से ५० रुपये प्रति किलो, तोरई २० से ३० रुपये प्रति किलो तथा ब्याज ४० रुपये प्रति किलो में बिक रहा है। वहीं आलू के दाम पहले से ही ३० से ३५ रुपये किलो चल रहे हैं। ऐसे में मध्यमवर्गीय लोगों का बजट गड़बड़ा गया है। वहीं सब्जी उगाने वाले किसानों का कहना है कि बरसात में खेतों में पानी भर जाने से सब्जियां सड़ जाती हैं। साथ ही तोडऩे में भी काफी परेशानी होती है। जिसके चलते सब्जी के दाम चढ़ जाते हैं।
बरसात में इन सब्जियों से बनायें दूरी-कृषि वैज्ञानिक
फर्रुखाबाद। कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बरसात के मौसम में कुछ विशेष सब्जियों से परहेज करके संभावित स्वास्थ्य जोखिमों को कम कर सकते हैं जो संदूषण के लिए अधिक प्रवण हैं। जिनमें पालक,गोभी और फूलगोभी जैसी पत्तेदार सब्जियाँ बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण का कारण बन सकती हैं। ऐसा आद्र्र मौसम के कारण होता है। वहीं बैगन आदि की भी सब्जी खाने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि बरसात में बैंगन में बैक्टारिया हो जाते हैं। जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकते हैं।