जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के खानयार क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने लश्कर-ए-तैयबा के एक कमांडर उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराया है. ये पिछले 20 सालों से लश्कर से जुड़ा हुआ था. इसे लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन में सजाद गुल का दाहिना हाथ माना जाता था. उस्मान को मौत के घाट उतारने से पूरे लश्कर के नेटवर्क को एक बड़ा झटका लगा है. लश्कर भी मानता है कि उस्मान पिछले दो दशकों से संगठन के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा था. उस्मान का कोड नाम “छोटा वालिद” था और वह लश्कर-ए-तैयबा की ओर से कश्मीर में सबसे सीनियर कमांडर माना जाता था. हाल के दिनों में उसकी गतिविधियों लगातार बढ़ रहीं थी. इसी कारण वो सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में सबसे ऊपर हो गया था. अक्टूबर 2023 में श्रीनगर के ईदगाह क्षेत्र में एक स्थानीय क्रिकेट खेल के दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस के इंस्पेक्टर मसरूर की हत्या के मामले में उस्मान की भूमिका की जांच चल रही है. सुरक्षा बलों के अनुसार, उस्मान का मारा जाना कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी उपलब्धि है. आईजीपी वीके बिरदी ने बताया कि सुरक्षा बलों ने जिस आतंकवादी को मार गिराया है, उसकी पहचान उस्मान के रूप में हुई है. वह लश्कर का कमांडर था. उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में 4 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं. वहीं जो आतंकवादी मारा गया है उसकी इंस्पेक्टर मसरूर की हत्या में भूमिका और संलिप्तता सामने आई है. इस मामले में आगे जांच की जा रही है. खानयार मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई. इस मुठभेड़ में दो सीआरपीएफ जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने घटनास्थल से उस्मान के शव के साथ-साथ भारी मात्रा में गोला-बारूद भी बरामद किया है.