अयोध्या। रामनगरी के शीर्षस्थ संतों में शुमार प्रतिष्ठित परमहंस राम मंगलदास का 131वाँ जन्मोत्सव मंगलवार को रामनगरी की सिद्ध पीठ गोकुल भवन में पूरे भक्तिभाव के साथ मनाया गया। वर्ष 1893 में जनपद सीतापुर ईश्वरवारा में जन्में परमहंस राम मंगल दास अनेक दैवीय शक्तियों के स्वामी थे।बताया जाता है कि विभिन्न युगों के देवी देवताओं तथा सभी मत मतान्तर के सिद्ध पुरुषों से बाबा का साक्षात्कार होता था।उनके लिखे दिव्य ग्रंथ आध्यात्मिक जगत की अमूल्य धरोहर हैं। मंदिर महंत परशुरामदास द्वारा परमहंस जी की कृपामूर्ति का प्रथम पूजन किया गया।उसके बाद दूर दूर से आये भक्तों ने श्रद्धासुमन समर्पित करते गुरु स्मरण में अपने उद्गार व्यक्त किए,जिसका क्रम संध्याकाल तक चलता रहा। तत्पश्चात आयोजित विशाल भंडारे में सभी श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।इस अवसर पर बालानन्द पाण्डेय,योगेश शुक्ला,राकेश दास,कथाव्यास रासबिहारी महाराज,आचार्य सन्तोष अवस्थी,महेश श्रीवास्तव, रमेश वाजपेयी आदि सैकड़ो भक्त उपस्थित रहे।