ध्यान, शान्तिपाठ व प्रवचन की त्रिवेदी में श्रद्धालुओं ने लगाये गोते
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। सूफी संत महात्मा रामचंद्रजी महाराज के सालाना जलसे में दूसरे दिन भी उनके अनुयाइयों की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने महात्मा जी की समाधि पर फूल-प्रसाद चढ़ाकर आन्तरिक अभ्यास तथा शान्तिपाठ में शिरकत की। सजदा करने वालों में आई.ए.एस.अधिकारी डॉ0 अशोक चंद्रा एवं दिल्ली सरकार के आम आदमी पार्टी के विधायक अनिल बाजपेयी भी शामिल रहे।
फतेहगढ़ के नवदिया क्षेत्र में चल रहे सूफी संत महात्मा रामचंद्र के जलसे में हर कोई महात्मा जी की याद में डूबकर स्वयं को रुहानी शक्ति से जोड़ता हुआ नजर आया। समाधि स्थल पर सभी धर्मों के लोगों की मौजूदगी से गंगा जमुनी तहजीब का नजारा साकार हुआ। सूफी संत प्रभात मोहन (दिल्ली) ने कहा कि निरंकार ब्रह्मा से जुडक़र ही जीवन में चरम आनन्द हासिल किया जा सकता। जो लोग धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते वही वास्तव में फकीर व सूफी हैं। महात्मा जी के प्रपौत्र सूफी संत विनय सक्सेना ने कहा कि रामचंद्र की शिक्षा हमें प्रेम और सद्भाव के साथ जाति-पांति से ऊपर उठकर विश्व बन्धुत्व की राह दिखाती है। दिल्ली से आये सूफी कुलदीप कुमार ने महात्मा जी द्वारा लिखित पुस्तकों से रामचंद्र की शिक्षाओं और आदर्शों पर प्रकाश डाला। जलसे में आये भक्तों ने तलैया लेन स्थित लालाजी निलमय पर भी साधना की। जलसे में रामचंद्र की पुस्तकों की प्रदर्शनी लगायी गयी। सामूहिक भंडारे में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में समीर सक्सेना, शिवराज सिंह, ज्ञानेंद्र सिंह, रमन सक्सेना, प्रदीप यादव, प्रशांत श्रीवास्तव, आदि लोग मौजूद रहे।