अमृतपुर, समृद्धि न्यूज। नवरात्रि समापन के बाद अब रामलीला कमेटी राम लीला आयोजन को लेकर उत्साहित दिखाई दे रही हैं। अमृतपुर कस्बे में प्रतिवर्ष रामलीला का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में 11 अक्टूबर से पुनः प्रारंभ कर दिया गया। सैकड़ो बरसों पुराने रामलीला मंचन का कार्यक्रम कस्बे के कलाकार ही करते आ रहे हैं। यह वह कलाकार हैं जो दिन में खेती मजदूरी व्यापार आदि जैसे जीवको पार्जन में लगे रहते हैं और शाम ढलने के बाद यह लोग अपनी कलाकारी के जलवे बिखेर देते हैं। इस रामलीला कार्यक्रम में दूर दराज के दर्जनों गांवो के लोग पहुंचते हैं और रामलीला मंचन का आनंद लेते हैं। अमृतपुर कस्बे की रामलीला परिषद गंगा पार की मशहूर रामलीलाओं में से एक है। इस कार्यक्रम में केवट संवाद सीता हरण, धनुष यज्ञ, भरत मिलाप, लंका दहन आदि कार्यक्रम काफी मशहूर है। यह सभी कार्यक्रम गांव के रहने वाले खिलाड़ियों के द्वारा ही मंच पर प्रदर्शित किए जाते हैं। जीवंत कार्यक्रम प्रदर्शन के दौरान दर्शक दीर्घा में तालियो की गड़गड़ाहट साफ सुनायी देती है। यह कार्यक्रम प्रतिदिन शाम 8 बजे से शुरू होकर अर्धरात्रि तक चलता है। कार्यक्रम मंचन ढोलक मजीरे लंगाड़े और हारमोनियम की तर्ज पर वातावरण को भक्तिमय बना देता है। रामलीला परिषद के मुख्य संरक्षक भास्कर दत्त द्विवेदी हमेशा से इस कार्यक्रम में अपना योगदान देते आ रहे हैं। संरक्षक के तौर पर अमृतपुर थाना अध्यक्ष इस भूमिका को निभाते हैं। मुख्य मेला प्रबंधक सुरेश चंद पाठक, शैलेश अवस्थी, सुनील अवस्थी, कौशल अग्निहोत्री कार्यक्रम को और सुंदर बनाने के लिए लगातार प्रयास में लगे रहते हैं। गोपाल सक्सेना, प्रशांत अवस्थी, गौरव शर्मा, प्रभात शुक्ला, अजय प्रताप सिंह, सुमित अवस्थी, हर्ष अवस्थी आदि लोग शामिल रहते हैं। कार्यक्रम में नारद मोह एवं राम जन्म लीला का मंचन किया गया। इस दौरान दर्शन दीर्घा में सैकड़ो की तादाद में लोग मौजूद रहे। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए थाना पुलिस भी मौके पर तैनात रही।