श्रीमद्भगवत गीता मानव जीवन के लिये है अमृतधारा: डॉ शिव ओम अंबर

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। श्री राधा श्याम शक्ति मन्दिर में त्रिदिवसीय व्याख्यान माला के समापन अवसर पर डॉ0 शिव ओम अम्बर गीताज्ञान यज्ञ में भगवान के भक्तों का मार्गदर्शन करते हुये कहा कि मोक्षदायिनी गीता मानव जीवन की अमृत धारा है जो लोग इसका नित्य पठन-पाठन और आचरण करते हैं उनका जीवन अमृतमयी हो जाला है और गीता उनको मोक्ष प्रदान करती है।
गीता के नवां अध्याय 22वां श्लोक एवं अठारहवां अध्याय काम 66वां श्लोक की व्याख्या करते हुये मानव जीवन में ब्रह्म की व्याख्या करते हुए कहा सब प्रकार के आचरज नियमों को छोडक़र मेरी शरण में आजा जो मेरे भक्त हैं अनन्य भक्त है। उनके योग क्षेम कुशल का वहन में स्वयम् करता हूं। आध्यात्मिक गीता-ज्ञान के गूढ तत्वों का विवेचन करते हुये मानव जीवन के लिये अमृतमयी धारा कहा जो लोग इसका नित्य पाठ करते हैं और अपने आचरज में लाते हैं भगवान उनके ऊपर स्वयं ही कृपा की वर्षा करते हैं, अर्थात उनका जीवन सुख समृद्धि मय हो जाता है। इनका यह जन्म अच्छा होता है और अगला पुर्नजन भी अच्छा होता है। निष्काम कर्म, धर्म, अधर्म, पाप, पुण्य, ब्रह्म की उपासना ईश्वर भक्ति, मानवसेवा, लोककल्याण के लिये कार्य करने के लिये सभी को गीता ज्ञान सुनाया श्रीमद् गीता का पूजन किया। गीता मर्मज्ञ विद्वान डॉ0 शिव ओम अम्बर, डॉ0 रामबाबू पाठक, सन्तोष पाण्डेय आदि विद्वानों कों अंगवस्त्र, पुष्प माला, या गीला ग्रन्य, गीता डायरी के द्वारा अभिनन्द किया। आयोजक सुरेन्द्र कुमार सफ्फड़ ने गीता ज्ञान यज्ञ में आये भक्तों को धन्यवाद एवं आभार व्यक किया और गीता के अध्ययन अपने जीवन को सुख मय, मंगलमय बनाने के लिये कामना की। इस अवसर डॉ0 राम बाबू पाठक (मानस मर्मज्ञ), डॉ0 सन्तोष पाण्डेय, आलोक गौड़, पवन अग्रवाल, अशोक मिश्रा, संजय गर्ग, सुनील अवस्थी, डॉ0 मनोज महरोत्रा, कन्हैया लाल जैन, रवीन्द्र भदौरिया, अनुराग पाण्डेय, उत्कृष अग्निहोती, आलोक गौड़, शशी रस्तोगी, अलका पाण्डेय, मधु गौड़, रोहित सफ्फड़, जितेन्द्र अग्रवाल आदि मौजूद रहे। सभी को गीता वितरित की गई।

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