सीतापुर समद्धि न्यूज़्। जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति व जिला पर्यावरण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने इससे जुड़े सभी महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर गहन समीक्षा करते हुये जानकारी की कि जिले में ऐसी कितनी इण्डस्ट्री हैं जिनका पानी गोमती नदी में गिरता है व उन्होंने गोमती नदी में जल निकासी के संबंध में कोई अनुमति प्राप्त की है या नहीं और यदि प्राप्त की है तो कितने समय के लिये प्राप्त की है की विस्तृत सूची रखने के निर्देश संबंधित को दिये। उन्होंने कहा कि भविष्य में इस कमेटी की बैठक में इसका पूरा ब्यौरा होना चाहिये। उन्होंने कहा कि नदी के पानी की गुणवत्ता की सैम्पलिंग कैसी होती है की पूरी विस्तृत रिपोर्ट होनी चाहिये तथा अगली बैठक में संबंधित को रिपोर्ट लाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने संबंधित को निर्देश देते हुये कहा कि संरायन नदी व अन्य छोटी व बड़ी नदियों के नवीनीकरण के लिये हम सबको कुछ करना चाहिये, इसमें सिंचाई विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने संबंधित को निर्देश देते हुये कहा कि इन छोटी व बड़ी नदियों में पानी क्यों बन्द हो गया है व इनको नदी क्यों नहीं माना जाता है इसकी जांच करते हुये अवगत करायें। यदि नदी में डाउनफ्लो होता है तो इसके लिये कौन से कार्य कराये जा रहे है व स्थानीय निकाय द्वारा भी इसमें क्या किया जा रहा है की भी विस्तृत जानकारी की। उन्होंने कहा कि अगर टैपिंग हेतु कोई प्रोजेक्ट तैयार किया गया है तो उसको साकार करने हेतु संबंधित को भेजा जाये। उन्होंने सूखे व गीले कचरे को अलग-अलग किये जाने हेतु इसका अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने हेतु प्रचार-प्रसार पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जहां-जहां ध्वनि प्रदूषण की सम्भावना ज्यादा है वहां इसकी जांच हेतु स्टेशन स्थापित कराया जाये ताकि ध्वनि प्रदूषण का आंकलन करते हुये इसको रोका जा सके। उन्होंने वैटलैण्ड के महत्व को बताते हुये कहा कि हमारे जनपद में 30 वैटलैण्ड चिन्हित किये गये हैं, जिसमें से 05 वैटलैण्ड अनुमोदित हैं तथा अज्जेपुर वैटलैण्ड का क्षेत्रफल काफी बड़ा है। उन्होंने जिला गंगा समिति के कार्यों एवं महत्व के साथ-साथ अर्धगंगा के महत्व व कार्यों को भी विस्तृत रूप से बताया।
बैठक में प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी वन प्रभाग बृज मोहन शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीयोटैगिंग की स्थिति संतोषजनक नही है, जिन विभागों की जियोटैगिंग कम है उसकोे ससमय पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि प्रदूषण विभाग, वायु की गुणवत्ता की मानिटरिंग हेतु स्टेशन बनाये जाने का प्रस्ताव अपने विभाग को भेजें।
बैठक के दौरान उपायुक्त श्रम एवं रोजगार सुशील कुमार श्रीवास्तव, प्रधानाचार्य राजकीय इण्टर कालेज सीतापुर अनूप कुमार तिवारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सीतापुर वैभव त्रिपाठी सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।