अर्थ गंगा अभियान के तहत महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए दिया गया प्रशिक्षण
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत महिलाओं को स्वावलंबी एवं सशक्त बनाने हेतु ग्राम मसेनी में चल रहे 10 दिवसीय सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। अर्थ गंगा अभियान के द्वारा लोगों को अधिक से अधिक रोजगार से जोडऩे के लिए इस मुहिम का आरंभ किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय वन्यजीव संस्थान की ओर से प्रशिक्षक के रूप में अनु सैनी एवं लक्ष्मी यूनियाल ने सभी महिलाओं को प्रशिक्षित किया। दस दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिलाओं को प्रतिदिन चार-चार घंटे का प्रशिक्षण दिया गया। जिसके अंतर्गत महिलाओं को विभिन्न प्रकार के सिलाई के गुण एवं नवाचार से जुड़े सिलाई कार्यों के बारे में प्रशिक्षित किया गया। इसके अंतर्गत महिलाओं के द्वारा सुंदर एवं उपयोगी कपड़े के थैले एवं अन्य सामग्री बनाई गई। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथिगणों ने महिलाओं को समाज के कार्यों में सहयोग करने के लिए जागरूक किया। भारतीय वन्यजीव संस्थान के फील्ड कोऑर्डिनेटर पवन कटियार ने महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ मां गंगा के संरक्षण हेतु जागरूक किया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम अपने घर को साफ सुथरा रखने के लिए प्रयास करते हैं इसी तरह से हमें अपने वातावरण एवं अपनी मां गंगा को भी स्वच्छ रखने का प्रयास करना चाहिए। प्रशिक्षक गीता कटियार ने कहा कि महिलाओं को सशक्त बनने हेतु समय-समय पर समाज से जुड़े कार्यों में भागीदारी करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त अपनी मां गंगा को स्वच्छ, अविरल, निर्मल बनाने के लिए महिलाओं को प्रयासरत होना चाहिए। जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंगे निहारिका पटेल ने जानकारी दी कि अर्थ गंगा अभियान से जुड़े। इस तरह के रोजगार से संबंधित कार्यक्रम अन्य स्थानों पर भी संचालित किया जा रहे हैं एवं आने वाले समय में भी अन्य कई स्थानों पर संचालित किए जाएंगे। कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले सभी महिलाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भारतीय वन्यजीव संस्थान से जुड़े शुभम कटियार, गंगा योद्धा निशु कटियार, मीना, नीलम आदि लोग उपस्थित रहे।