क्या अब इंडिया गठबंधन में पड़ेगी दरार?
लोकसभा चुनाव में मिली जबरदस्त जीत के बाद यूपी की 10 विधानसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन की एकजुटता का एम्तेहान है. सपा कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर अब तक सहमति नहीं बन पाई है. वहीं अब अयोध्या की मिल्कीपुर सीट कांग्रेस और सपा के बीच विवाद का विषय बन सकती है. कांग्रेस ने इस विधानसभा सीट पर अपना दावा ठोका है. अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट अवधेश प्रसाद के सांसद हो जाने की वजह से खाली हो गई थी. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट कांग्रेस और सपा के बीच विवाद का विषय बन सकती है। यह सीट अवधेश प्रसाद के सांसद हो जाने की वजह से खाली हो गई थी। इस सीट पर आने वाले दिनों में उपचुनाव होना है। सपा यहां अवधेश प्रसाद के बेटे को टिकट देने की बात कह चुकी है। इधर मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र से इंडिया गठबंधन के घटक दल कांग्रेस ने भी दावा कर दिया है। मिल्कीपुर पहुंचे कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक प्रसाद ने कहा कि यहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं की मांग है कि यह सीट कांग्रेस को मिले। उन्होंने कहा कि मिल्कीपुर सीट कांग्रेस के खाते में दी जाए। उन्होंने कहा कि 16 अक्तूबर को मिल्कीपुर क्षेत्र में संविधान बचाओ सम्मेलन आयोजित होगा। इसमें कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। तब इस विषय पर विस्तार से चर्चा होगी।
कांग्रेस ने उपचुनाव की 10 सीटों में से पांच पर दावा किया है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस चाहती है कि सपा उन 5 सीटों पर ही चुनाव लड़े, जो उसकी जीती हुई हैं जबकि 5 सीटें (मझवां (मिर्जापुर), फूलपुर (इलाहाबाद), गाजियाबाद, खैर (अलीगढ़) और मीरापुर (मुजफ्फरनगर) कांग्रेस को दी जाएं. इन पर बीजेपी ने 2022 में जीत दर्ज की थी. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि कांग्रेस और सपा के बीच उपचुनावों के लिए सीटों के बंटवारे पर सहमति बनती है या नहीं. वैसे तो सपा और कांग्रेस के नेता दावा कर रहे हैं कि वे भाजपा को हराने के लिए साथ मिलकर उपचुनाव लड़ेंगे, लेकिन सपा ने अब तक साफ नहीं किया है कि वह कांग्रेस को 5 सीटें देगी या नहीं.
यूपी में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. जिनमें नौ विधायक सांसद बने हैं, जिसके चलते सीट खाली हुई हैं जबकि एक सीट सीसामऊ में सपा विधायक इरफान सोलंकी को सजा के बाद सदस्यता को खत्म कर दिया गया है. इन 10 में से सपा के पास 5 सीटें करहल, सीसामऊ, मिल्कीपुर, कटेहरी और कुंदरकी थीं. वहीं, गाजियाबाद, फूलपुर, खैर में बीजेपी और मझवां निषाद पार्टी और मीरापुर में रालोद जीती थी.