मोदी की गारंटी वाली एलईडी वैन के प्रचारक की पत्नी का मामला
पुलिस से शिकायत करने पर कार्यालय से बाहर निकाला
(विकास यादव)
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। महिलाओं के सम्मान की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी के चुनाव कार्यालय से ही मोदी की गारंटी वाली एलईडी वैन सेप्रचार करने वाले युवक की पत्नी का मंगल सूत्र और नगदी किसी कार्यकर्ता ने चोरी कर ली। जानकारी होने पर पीडि़ता ने घटना की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस को लिखित तहरीर दी, लेकिन मामला भाजपा कार्यालय से जुड़ा होने के चलते पुलिस ने अपने कदम पीछे खींच लिये और पीडि़ता को यह कहकर चलता कर दिया कि देख लो कहीं होगा। पीडि़ता ने न्याय पाने के लिए अपनी बात सोशल मीडिया पर रखी। इसकी भनक लगने पर एक कद्दावर नेता ने पंचायत कर मामला आधे-आधे में निपटाने को कहा। घटना थाना कादरीगेट चौकी आवास विकास क्षेत्र की है।
जानकारी के अनुसार लखनऊ के बुद्धेश्वर की रहने वाली नेहा मौर्या पत्नी गोविन्द मौर्या ने दी तहरीर में दर्शाया कि मैं व मेरे पति बीजेपी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी वाली एलईडी वैन पर प्रचार करते है। वह फर्रुखाबाद 24 अपै्रल को यहां अपना प्रचार वाहन लेकर आयी। आवास विकास स्थित एक गेस्ट हाउस में भाजपा प्रत्याशी सांसद मुकेश राजपूत का केंद्रीय चुनाव कार्यालय है। उसी परिसर में मुझे कमरा ठहरने के लिए दिया था। सोमवार को मेरे पति प्रचार वाहन से प्रचार कर रहे थे। मैं सामान लेने कमरे से बाहर गयी और जब मैं सामान लेकर आयी तो देखा कि मेरा मंगलसूत्र व 1300 रुपये की नगदी गायब थी। पीडि़ता का कहना है कि किसी अज्ञात ने मंगलसूत्र व पैसे चोरी कर लिये। इस दौरान कार्यालय में मौजूद सभी लोगों से पूछताछ की पर किसी ने कोई जबाव नहीं दिया। इस संदर्भ में पीडि़ता के पति का घटना की जानकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीडि़ता के पति ने बताया कि पुलिस आयी, लेकिन भाजपा का नाम आने पर यह कहकर चली गई कि तुम लोग खोजबीन कर लो, और रिपोर्ट लिखने से मना कर दिया। इस संदर्भ में अपनी बात एक नेता के माध्यम से सांसद तक पहुंचायी, लेकिन मेरी नहीं सुनी गई और मुझे कार्यालय से बाहर निकाल दिया। अब मुझे व मेरी पत्नी को रात सडक़ पर गुजारनी होगी। इस संदर्भ में जिलाध्यक्ष से जब जानकारी करनी चाही तो उनकी ओर से कोई जबाव नहीं आया।
लोग चर्चा कर रहे है कि जो भाजपा मंगल सूत्र व महिलाओं के सम्मान की बात करते नहीं थकती, उन्हीं के कार्यालय में यह घटना घट गई। मदद करने की बजाय मामले पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है।