चयनित ग्राम पंचायतों को एक एक सेट वादयंत्र खरीदने के लिए संस्कृति विभाग द्वारा अनुदान दिया जायेगा-जयवीर सिंह

समृद्धि न्यूज़ लखनऊ। प्रदेश की ग्राम पंचायतों को एक-एक सेट वादयंत्र जिसमें हारमोनियम, ढोलक,झांझ,मंजिरा,करताल अथवा घुंघरू आदि खरीदने के लिए संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा अनुदान दिया जायेगा। जनहित में लोक कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए वादयंत्रों के क्रय हेतु शत-प्रतिशत धनराशि का भुगतान संस्कृति विभाग द्वारा किया जायेगा।चयनित ग्राम पंचायतों को वादयंत्रों का सेट लखनऊ में आयोजित एक समारोह में ग्राम प्रधान अथवा उनके द्वारा नामित प्रतिनिधि को प्रदान किया जायेगा।वादयंत्रों के सेट पर संस्कृति विभाग का नाम लिखा जायेगा।वादयंत्रों के वितरण का उद्देश्य युवा पीढ़ी को कला,संस्कृति को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियों को बढ़ावा देना है।यह जानकारी मंगलवार को प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि चयनित ग्राम पंचायतों को वादयंत्र उपलब्ध कराने के सम्बंध में निदेशक संस्कृति शिशिर की ओर से सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों को विस्तार से दिशा-निर्देश जारी कराये गये हैं।उन्होंने बताया कि पहले चरण में मण्डलीय जनपदों से दस-दस चयनित ग्राम पंचायतों तथा शेष समस्त जनपदों से पांच-पांच ग्राम पंचायतें,जो सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करती रहती हैं तथा जहां सांस्कृतिक गतिविधियां निरन्तर चलती रहती हैं,उनका चयन सम्बंधित जिलाधिकारी द्वारा किया जायेगा।श्री सिंह ने बताया कि वादयंत्र प्रदान करने के लिए चयनित ग्राम पंचायतों के आवेदन पत्र सम्बंधित जिलाधिकारी द्वारा निदेशक संस्कृति निदेशालय को निर्धारित प्रारूप पर आदेश जारी होने की तिथि से दस दिन के अन्दर उपलब्ध कराना होगा। उन्होंने बताया कि भजन-कीर्तन मण्डली,लोकगीत,लोकनृत्य, भजन,संस्कार गीत,नुक्कड़ नाटक आदि कार्यक्रमों के निरन्तर संचालित करने वाली ग्राम पंचायतों को वादयंत्र अनुदान दिये जाने में प्राथमिकता दी जायेगी। ग्रामीण पर्यटन हेतु चयनित 229 ग्रामों में से पहले चरण में दस चयनित ग्राम पंचायतों का चयन पर्यटन विभाग द्वारा किया जायेगा।मंत्री श्री सिंह ने बताया कि वादयंत्रों का रख-रखाव एवं मरम्मत आदि का दायित्व सम्बंधित ग्राम पंचायत का होगा। ग्रामसभा के सदस्यों अथवा कलाकारों द्वारा मांगे जाने पर वादयंत्र सांस्कृतिक आयोजनों हेतु उपलब्ध कराया जायेगा। जिसके अंकन के लिए एक रजिस्टर रखा जायेगा।वादयंत्रों का उपयोग सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण,पर्यटन संवर्द्धन, स्वच्छ भारत मिशन,सर्व शिक्षा अभियान,महिला सशक्तिकरण, बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ तथा सरकार द्वारा संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं के प्रचार-प्रसार आदि हेतु किया जायेगा।

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