*क्या नाले फिर लौट पायेगी पूर्व विधायक की राजनैतिक विरासत
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। पूर्व विधायक की भावुक अपील का कितना असर हुआ यह आज होने वाली मतगणना में तय हो जायेगा कि क्या विजय सिंह आज भी उतना प्रभावी है कि अब से 15 वर्ष पूर्व हुआ करते थे। उनकी राजनैतिक विरासत को बच्चे कितना संभाल पायेंगे यह तो समय बतायेगा। एकता के चुनाव में होने से पूर्व विधायक का पुराना समर्थन फिर वापस होता दिखायी दिया है।
भाजपा के कद्दावर नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व विधायक इस समय जेल में हैं। स्वास्थ्य खराब होनेे के कारण वे लखनऊ के एक अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पिछले लगातार दो सत्रों से उनकी गैर मौजूदगी होने पर समाज में उनका समर्थन दूसरी दिशा की ओर चला गया था। उनके परिवार से कोई भी प्रत्याशी न होने की स्थिति में पूर्व विधायक के समर्थकों को किसी ओर तो मुडऩा ही था, लेकिन नगर पालिका के चुनाव में समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर पूर्व विधायक पर विश्वास जताते हुए उनकी पुत्रवधू एकता सिंह को नगर पालिका अध्यक्ष का प्रत्याशी बनाने का काम किया और अपेक्षा के अनुसार ही जोर समर्थन पूर्व विधायक के साथ होता था वो फिर उनकी ओर मुखातिब हो गया और सपा प्रत्याशी एकता सिंह पूरी मजबूती के साथ नगर पालिका चुनाव में हैं। इतना तय माना जा रहा है कि एक बार फिर नाले की राजनीति जीवंत होने वाली है।