मोटे अनाज की उपयोगिता पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

-खाद्य पदार्थों की डिस साथ एनसीसी कैडेट्स

*एनसीसी कैडेट्सों ने विभिन्न मोटे अनाज की डिस बनाकर किया पेश
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज।
विश्व में मोटे अनाज की उपयोगिता तथा उनके प्रति जागरुकता लाने हेतु विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रुप में मनाया जा रहा है। अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष जी-20 विषय पर एनएकेपी पीजी कालेज के एनसीसी कैडेट्सों द्वारा विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन हुआ। एनसीसी अधिकारी ले0 डा0 पारुल मिश्रा के मार्ग दर्शन में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। शनिवार को मोटे अनाज की विशेषता व उनके लाभ को प्रदर्शित करते हुए पोस्टर बनाये तथा संगोष्ठी में शारीरिक तथा वार्षिक लाभ पर चर्चा हुई। सोमवार को कैडेट्सोंं ने पाक कला के माध्यम से प्रदर्शित कर दिया और भारतीय भोजन तथा अनाज से बड़े खाद्य पदार्थ प्रचलित फास्ट फूड से न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से आगे है, अपितु स्वाद में भी अग्रणी है। युवा कैडेट्स सोनाली, मोनिका, रक्शा, आकांक्षा, गुंजन, शीलू, नैन्सी, काजल, दामिनी, पूनम, वैष्णी ने बाजरा, मक्का, ज्वार आदि से विभिन्न प्रकार के पकवान बनाकर सबका मन मोह लिया। सभी को पोष्टिक खाद्य पदार्थों के लिए प्रेरित किया। प्राचार्या डा0 शशिकिरण सिंह ने छात्राओं को बताया कि किस तरह उनके बड़े बुजुर्ग बड़े मोटे अनाज से भोज पदार्थ बनाते थे और लम्बे समय तक स्वस्थ्य रहते थे। शिक्षा शास्त्र की विभागाध्यक्ष डा0 पारुल मिश्रा ने जागरुक करते हुए कहा कि भोज पदार्थ की विधि सीखे और अपने आसपास एवं महमानों को फास्ट फूड के स्थान पर घर से बने पोष्टिक भोज्य पदार्थाे से स्वागत करें। जिससे भारत का प्रत्येक नागरिक स्वस्थ्य रहे। इस मौके पर प्राध्यापिका प्रतिभा गुप्ता, स्वेता सिंह, शालिनी, प्रियंका, प्रशांत कटियार, रंजना सिंह आदि लोग मौजूद रहे।

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