फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। विज्ञान भारती ब्रह्मावर्त कानपुर प्रान्त के विभाग द्वारा महान भारतीय रसायन वैज्ञानिक प्रफुल्ल चन्द्र-रे की जयंती पर विभिन्न विद्यालयों में कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। विभागाध्यक्ष डॉ0 शक्ति विनय शुक्ल, निदेशक सुगन्ध एवं सरस विकास इकाई तथा सचिव मनोज चतुर्वेदी एवं संयोजक महेश चंद्र उपाध्याय के मार्गदर्शन में रसायनज्ञ प्रफुल्ल चन्द्र-रे की जयंती मनायी गई।
कार्यक्रम में नस्या प्रान्त संरक्षक डॉ0 ब्रजेश मिश्र, विभा प्रान्त सह संयोजिका दीपिका राजपूत एवं विभा उपाध्यक्ष संदीप राठौर ने विचार रखे। कार्यक्रम में पेंटिंग प्रतियोगिता, क्विज, वाद विवाद प्रतियोगिता आदि विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गईं। जिनके द्वारा पी0सी0 रे के जीवन और कार्यों पर चित्रकारी, उनकी खोजों और वैज्ञानिक उपलब्धियों पर आधारित प्रश्नोत्तरी का आयोजन हुआ। म0मो0 कानोडिया बा0इ0कालेज, के0आर0 रस्तोगी इ0 कालेज, रामानन्द बालिका इण्टर कालेज, सिटी गल्र्स इ0कालेज, राजपूताना पब्लिक स्कूल, सी0पी0 इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर इ0का0 फतेहगढ़, सरस्वती बालिका विद्या मंदिर इण्टर कालेज, सेनापति व श्यामनगर, यूपीएस छोटी गुलरिया, यूपीएस सलेमपुर, पीएस छोटी सरैया, पीएस सुराहा, जे सी बोस क्लासेज आदि लगभग 15 विद्यालयों में जयन्ती मनाई गई। आचार्य प्रफुल्ल चन्द्र रे भारत में रसायन विज्ञान के जनक माने जाते हैं। वे एक सादगीपसंद तथा देशभक्त वैज्ञानिक थे, जिन्होंने रसायन प्रौद्योगिकी में देश के स्वावलंबन के लिए अप्रतिम प्रयास किए। इनका जन्म 2 अगस्त 1861 ई में जैसोर जिले के ररौली गांव में हुआ था। यह स्थान अब बांगलादेश में है तथा खुल्ना जिले के नाम से जाना जाता है। मरक्यूरस नाइट्रेट एवं अमोनियम नाइट्राइट नामक यौगिकों के प्रथम विरचन से उन्हें अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त हुई। इस अवसर पर पूनम शुक्ला, पारुल जैन, दर्शना शुक्ला, हिमांशु शुक्ला, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, रीता दुबे, हृदयेश राठौर, नवीन शाक्य, राहुल सिंह, मानसी अग्निहोत्री, नितिन राठौर, रागिनी मिश्रा, अमिता पाठक, आशीष द्विवेदी, संजय दुबे आदि मौजूद रहे।