फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 19 नवंबर 2015 से 26 नवंबर को प्रतिवर्ष संविधान दिवस के रूप में मनाए जाने की श्रृंखला में म्युनिसिपल इंटर कॉलेज फतेहगढ़ में संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। संविधान दिवस के अवसर पर छात्रों तथा शिक्षकों ने बढ़-चढक़र भाग लिया। प्रधानाचार्य ले0 गिरिजा शंकर व वरिष्ठ प्रवक्ता मयंक रस्तोगी ने बाबा साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। विद्यालय के शिक्षक रामेश्वर दयाल, विश्वप्रकाश, अरविंद कुमार, डा0 दिनेश चंद्रा आदि ने विचार व्यक्त किये। प्रधानाचार्य लेफ्टिनेंट गिरिजाशंकर ने कहा कि देश में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है। 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को अपनाया था, इसलिए इसी दिन की याद में हर साल देश में संविधान दिवस मनाया जाता है। यह संविधान ही है जो अलग-अलग धर्मों व जातियों की भारत की 140 करोड़ की आबादी को एक देश की तरह जोड़ता है। इसी संविधान के तहत हमारे देश के सभी कानून बनते हैं। संविधान के तहत सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट समेत देश की सभी अदालतें, संसद, राज्यों के विधानमंडल, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत सभी इसी के तहत काम करते हैं। संविधान दिवस का मकसद देश के नागरिकों में संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ाना है। भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था, जिसका जश्न हर साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। हमारा देश जब 15 अगस्त 1947 को आजाद हुआ था। तब हमारे पास अपना कोई संविधान नहीं था। संविधान के बगैर देश नहीं चलाया जा सकता था, इसलिए इसको बनाने के लिए एक संविधान सभा का गठन किया गया। संविधान की ड्राफ्टिंग समिति के अध्यक्ष डॉ0 भीमराव अंबेडकर थे, इसलिए उन्हें संविधान निर्माता भी कहा जाता है। संविधान तैयार करने में 2 वर्ष, 11 माह 18 दिन लगे थे। यह 26 नवंबर 1949 को पूरा हुआ और इसे अपनाया गया। इसके बाद 26 जनवरी 1950 को संविधान लागू हुआ। साल 2015 में भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक मयंक रस्तोगी, प्रबल प्रताप सिंह, निरुक्त मिश्रा, शिवेंद्र आदि मौजूद रहे।