फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सेनापति में गुरु नानक की 555वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई है। प्रधानाचार्य धर्मवीर सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव समाज को एक नई दिशा दिखाना चाहते थे। उन्होंने यह संदेश दिया कि मेरे पैर उधर कर दो जिधर मेरा कावा न हो, पाप से घृणा करो पापियों से नहीं की तर्ज पर उन्होंने समाज में पहली कुरीतियों को दूर करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए। जिससे हमें आज भी उनके बताएं मार्ग पर चलकर समाज में पहली कुरीतियों को दूर किया जा सके और सब मिलकर एक नए भारत का निर्माण कर सकें। यह त्यौहार कार्तिक पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह सिखों के पहले गुरु नानक साहब का जन्म इसी दिन हुआ था। गुरु नानक देव की जयंती गुरु पर्व एवं प्रकाश पर्व के रूप में भी मनाया जाता है। कार्यक्रम में सर्वेश कुमार शुक्ला ने अपने भजन की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर प्रदीप अवस्थी, कृष्ण कुमार कटियार, रामानंद पांडे, वीरेश परमार, प्रदीप शर्मा, शिव मोहन मिश्रा, गोविंद, संजीव शाक्य, रजनीश मिश्रा, शिवकुमार यादव, आलोक, आर्तिका शुक्ला, पल्लवी राजपूत, अंजलि, अर्पणा अवस्थी, अमृता शर्मा आदि मौजूद रहे।