बच्चों में निस्वार्थ सेवाभाव पैदा करना मेरा उद्देश्य: राजकुमार

फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का सपना था, कि देश का हर व्यक्ति शिक्षित हो। उन्होंने शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए लोगों को प्रेरित किया और अपने जन्मदिन को शिक्षकोंं के लिए समर्पित करते हुए शिक्षक दिवस रखा, तब से अब तक हर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। समृद्धि न्यूज के विशेष विश्लेषण समाचार के अंक में शिक्षा के प्रहरी बने उच्च प्र्राथमिक विद्यालय अमलैया आशानंद के इंचार्ज प्रधानाध्यापक राजकुमार ने बताया कि बचपन से ही पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में रुचि थी। कई प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया और विजेता बने। मेरे पिता रामस्वरुप का पूर्ण सहयोग मिला। पचपुखरा फर्रुखाबाद का निवासी हूं। मेरे प्रेरणा स्रोत पूर्व बीएसए व डीआईओएस भगवत पटेल एवं एबीएसए जगरुप शंखवार रहे। मुझे पढऩा व पढाऩा एवं खेलकूद एवं स्काउटिंग के प्रति रुचि है। मेरा प्रिय खेल कुश्ती है। वर्ष 2001 में वैवाहिक बंधन में बना। दो बच्चे है। विद्यालय में 130 बच्चों का नामांकन है। अकेला मैं शिक्षक हूं साथ में दो अनुदेशक है। पहली तैनाती 9 दिसम्बर 1999 में प्राथमिक विद्यालय कुआं खेड़ा वजीर आलम शमशाबाद में हुई। 2005 में प्रमोशन हुआ और पूर्व माध्यमिक विद्यालय रम्पुरा शमशाबाद में तैनात रहा। वहां से स्थानांतरण 2011 में उच्च प्राथमिक विद्यालय अमलैया आशानंद में हुआ। तब से अब तक वहीं पर अध्यापन कार्य कर रहा हूं। इंचार्ज प्रधानाध्यापक के साथ ब्लाक स्काउट मास्टर हूं औैर स्वीप का सह कोआर्डिनेटर हूं। ब्लाक स्काउट मास्टर 2009 में बना, तब से लगातार अभी तक यह पद मेरे पास है। 2022 में इलाहाबाद जाकर हिमालय गुड वैच कोर्स पूर्ण किया। जिसके तहत वर्तमान में जिला सहायक लीडर टे्रनर स्काउट का दायित्व मिला। स्काउट गाइड की 50 से ज्यादा रैलियों में प्रतिभाग किया। लगभग 25 प्रतिशत शिविरों में कार्य किया। स्काउट में निस्वार्थ सेवाभाव से कार्य करता हूं। साथ ही स्काउट के बच्चों को गांठ बंधन, बिना बर्तन के भोजन बनाना, दिशाओं का ज्ञान कराना आदि जानकारी समय-समय पर देता हूं। विद्यालय में बच्चों को खो-खो, कुश्ती, कबड्डी, दौड़, योगा आदि कराता हूं। ब्लाक से लेकर प्रदेश स्तर तक बच्चों ने प्रतिभाग किया और 2012 में कुश्ती में मेरे विद्यालय के बच्चों ने बरेली मण्डल में मैडल जीते। मीनू के आधार पर बच्चों को विद्यालय में पौष्टिक भोजन दिया जाता है। पर्यावरण के तहत जागरुक करते हुए जल बचाओ, प्रदूषण रोको और सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करों के साथ जागरुक करता हूं। जैव विविधता के प्रति भी जानकारी देता हूं। विद्यालय में नामांकन बढ़ाने के लिए गांव में चौपाल लगाता हूं।

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