लखनऊ समृद्धि न्यूज। उत्तर प्रदेश में यूपी बोर्ड-2023 की 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं 16 फरवरी से शुरू हो रही है। वहीं इस बार परीक्षा के दौरान नकल करते पकड़े जाने पर छात्रों की खैर नहीं है, बोर्ड परीक्षा को नकलविहीन कराने के लिये योगी सरकार ने जिम्मेदार अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कई कड़े कदम भी उठाये हैं। बताया जा रहा है कि बोर्ड परीक्षा में नकल करते हुए पकड़े जाने पर एनएसए की कार्रवाई हो सकती है। इसके साथ ही नकल में शामिल कक्ष निरीक्षकों और केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए है।
58 लाख से ज्यादा छात्रों ने कराया रजिस्ट्रेशन:16 फरवरी से 4 मार्च तक होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 58 लाख 85 हजार 745 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें से 31 लाख 16 हजार 487 परीक्षार्थी हाईस्कूल के शामिल हैं। वहीं इंटरमीडिएट के 27 लाख 69 हजार 258 परीक्षार्थी शामिल हैं। एग्जाम के लिए प्रदेश में 8 हजार 7 सौ 53 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिसमें 540 राजकीय, 3523 सवित्त और 4690 वित्तविहीन कॉलेज शामिल हैं।
वहीं सीएम योगी ने प्रश्न पत्रों की सुरक्षा के लिए प्रधानाचार्य कक्ष की जगह एक अलग से स्ट्रांग रूम बनाये जाने के निर्देश दिए है साथ ही उनकी सीसीटीवी से निगरानी के साथ-साथ दो सशस्त्र पुलिसकर्मियों की 24 घंटे तैनाती करने के भी निर्देश दिए हैं। सीएम ने निर्देश दिया है कि परीक्षा केंद्रो पर वॉयस से लैस सीसीटीवी, डीवीआर, राऊटर डिवाइस और हाईस्पीड ब्राडबैंड कनेक्शन लगाया जाएं।वहीं जिला मुख्यालय के डबल लॉक स्ट्रांग रूम से प्रश्नपत्रों के सील्ड बॉक्स को बंद गाड़ी में परीक्षा केंद्रों के डबल लॉक अलमारी में रखने के दौरान तीन सदस्य केंद्र व्यवस्थापक, वाह्य केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट के सामने उसे सील किया जाए। साथ ही प्रश्नपत्र खोलते समय भी तीनों की मौजूदगी सुनिश्चित की जाए। इस दौरान किसी के अनुपस्थित रहने पर उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं ऐसी स्थिति में प्रश्नपत्र को खोलते समय जिलाधिकारी या फिर अपर जिलाधिकारी की अनुमति जरूरी होगी।
परीक्षा में पहुंचाई बाधा तो होगी कुर्की की कार्रवाई: इसके साथ ही सीएम योगी ने यूपी बोर्ड की परीक्षा में बाधा डालने व व्यवस्था को प्रभावित करने वालों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कठोर कार्रवाई करने व उनकी संपत्ति कुर्क किये जाने के भी निर्देश दिए हैं। वहीं सीएम योगी ने हर परीक्षा केंद्र पर जिलाधिकारी की ओर से स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट को नियुक्त करने के लिये अधिकारियों को निर्देश दिया है। सीएम के निर्देशों के क्रम में नियुक्त स्टेटिक मजिस्ट्रेट और सेक्टर मजिस्ट्रेट परीक्षा खत्म होने के बाद जिलाधिकारी के साथ जिला विद्यालय निरीक्षक को रिपोर्ट करेंगे, ताकि प्रतिदिन की गतिविधियों की जानकारी हो सके।
स्ट्रांग रूम में रखी जाएंगी बोर्ड परीक्षा की कॉपियां:वहीं एग्जाम की कांपियों की सख्त निगरानी के लिए प्रधानाचार्य कक्ष से अलग स्ट्रांग रूम बनाने व कॉपियों को डबल लॉक अलमारी में रखने के भी निर्देश दिए है। जिसकी मॉनिटरिंग 24 घंटे सीसीटीवी से की जाए। वहीं सीएम योगी ने सभी जिलों में कक्ष निरीक्षकों की नियुक्ति के बाद एग्जाम से पहले उनका सख्ती का प्रशिक्षण किया जाए। इसके साथ ही जिलों में तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक एवं वाह्य केंद्र व्यवस्थापकों का भी प्रशिक्षण करने का निर्देश दिया गया है।