चाचा नेहरू के जन्मदिवस पर छात्र- छात्राओं ने व्यक्त किए अपने विचार
(अनूप चौरसिया)
जलालाबाद, समृद्धि न्यूज़। बाल दिवस मनाने का मकसद बच्चों की खुशियां, उनके अधिकारों और उनके उज्जवल भविष्य के लिए जागरूकता फैलाना है। पंडित जवाहरलाल नेहरू का मानना था कि बच्चे देश का भविष्य हैं, बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वस्थ जीवन दिए जाने की जरूरत है। उन्हें बच्चों से बहुत लगाव था। यह बात एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लवी ने कही।
गुरुवार को गुगरापुर क्षेत्र के अविका डिग्री कॉलेज चांदापुर में बाल दिवस का आयोजन हुआ। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ पल्लवी ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इसके बाद समस्त शिक्षकों और राष्ट्रीय स्वयंसेवकों ने चाचा नेहरू के चित्र पर पुष्प अर्पित कर याद किया। कार्यक्रम में छात्र- छात्राओं ने अपने- अपने विचार व्यक्त किए। छात्रा संजना ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि हर वर्ष 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती मनायी जाती हैं। इस मौके पर सुरेंद्र कुुुमार, मोरपाल सिंह, सचिन, दिलदार सिंह, मोहिनी शर्मा, कौशिकी सहित सौम्या, कोमल, प्रिया पाल, ज्योति, प्रभाती, अनुष्का, मुश्कान, रागिनी, प्रशांत, शिवम सहित आदि छात्र-छात्राएं रही।