फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के पदाधिकारियों ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को समस्याओं संबंधित ज्ञापन सौंपा। समस्याओं को लेकर ज्ञापन में दर्शाया कि जनपद स्तर या खण्ड शिक्षाधिकारी से पीएफएमएस का मदवार विवरण विगत वर्ष से न उपलब्ध कराया गया और न ही इस वर्ष शिक्षकों को आवंटित धनराशि को लेकर भ्रम रहता है। ब्लाक कार्योंलय के लेखाकार द्वारा जानकारी नहीं दी जाती है, जिससे शिक्षकों का शोषण होता है। अभी तक पीएफएमएस की धनराशि खाते में प्राप्त नहीं की गई है। फिर भी उच्चाधिकारियों के द्वारा विद्यालयों में कार्यवाही का भय दिखाकर अध्यापकों से निजी धनराशि खर्च करके कार्य कराने को दबाव डाला जा रहा है यह अनुचित है। एफएलएन का प्रशिक्षण विगत सत्र एवं इस सत्र का अध्यापको को प्रशिक्षण भत्ता नहीं हुआ है। शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षामित्रों एवं अनुदेशकों के अनुचर के ऑनलाइन अवकाश शासनादेश के अनुसार दो दिवस में स्वीकृति या अस्वीकृति प्राप्ती आपत्ति दर्ज कराने का आदेश है। बीईओ द्वारा इसका पालन नहीं किया जा रहा है। कन्वर्जन कास्ट, रसोइया मानदेय व फल वितरण आदि का दीपावली के त्योहार से पूर्ण किया जाये। बीएलओ ड्यूटी से शिक्षकों को मुक्त किया जाये। ग्राम पंचायत में कार्यरत पंचायत सहायक कर्मी को बीएलओ का कार्य कराया जाये। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायत में नियुक्ति सहायक कर्मचारियों के द्वारा साफ-सफाई व विद्यालय के परिसर के अंदर करायी जाये। विशिष्ट बीटीसी २००४ व २००५ से पहले विज्ञापन के आधार पर जो नियुक्त हुए उनकी पुरानी पेंशन विकल्प पर ब्लाकों से प्राप्त कर आगे की कार्यवाही की जाये। निलंबित प्रधानाध्यापकों को ससमय आरोप पत्र नहीं दिया जा रहा है। शिक्षकों की लंबित भुगतान एवं मानव संपदा पर निस्तारण हेतु भुगतान नहीं किया जा रहा है। शीघ्र समस्याओं का निराकरण हो। इस मौके पर जिलाध्यक्ष संजय तिवारी, सुनील कुमार दीक्षित, मण्डल उपाध्यक्ष पुष्पा सिंह आदि लोग मौजूद रहे।