ऑन लाइन उपस्थिति के विरोध में पैदल मार्च कर शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

बड़ी संख्या में शिक्षक, अनुदेशक, शिक्षामित्रों ने लिया भाग
समस्याओं का निदान न हुआ तो होगा आंदोलन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। ऑनलाइन डिजिटल उपस्थिति के विरोध में शिक्षक संगठनों, कर्मचारी संगठनों ने विभाग भवन स्थित जिला पंचायत कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकायें व कर्मचारी, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों, शिक्षामित्र, अनुदेशक आदि लोगों ने संयुक्त रुप से एकत्र होकर पैदल मार्च करते हुए मांगो को लेकर मुख्यमंत्री सम्बोधित ज्ञापन कलेक्टे्रट पहुंचकर एसडीएम को सौंपा। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, कर्मचारी, संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में पैदल मार्च कर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। अटेवा के प्रदेश संयुक्त मंत्री संरक्षक ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष भूपेश पाठक, अटेवा जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह जाटव, जिलाध्यक्ष पीयूष कटियार, जिलाध्यक्ष अविनेश मिश्रा, पीएसपीए जिलाध्यक्ष जितेन्द्र सिंह राठौर, माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष लालाराम दुबे, राज्य कर्मचारी महासंघ के जिला महामंत्री प्रमोद दीक्षित सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली व अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए पैदल मार्च निकालकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में दर्शाया कि किसी भी कीमत पर ऑन लाइन हाजिरी शिक्षक कर्मचारी नहीं भरेंगे। जब तक उनकी लंबित समस्याओं का निराकरण नहीं किया जाता है। स्कूली शिक्षा महानिदेशक द्वारा 18 जून व 5 जुलाई को भेजे गये पत्र में बेसिक शिक्षकों की ऑन लाइन उपस्थिति का आदेश हुआ है जो अव्यवहारिक है। ऑन लाइन उपस्थिति में जमीनी स्तर पर समस्या हो सकती है। कई विद्यालयों में नेटवर्क नहीं आता है। विद्यालय जाने में कई बार सवारियां बदलनी पड़ती है। भौतिक स्थिति के अनुसार बरसात, जल भराव आदि की समस्यायें आती है। दूर-दराज से रहने वाले शिक्षक 60-70 किलो मीटर का भ्रमण करते है। आंधी, तूफान, बारिश, रेलवे क्रांसिंग बंद होना, गाड़ी धोखा दे जाना आदि समस्यायें उत्पन्न होती रहती है। जिस कारण कई शिक्षक विद्यालय पहुंचने में लेट हो जाता है। ऐसी आपाधापी में सडक़ दुर्घटना आदि होने की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इन दिक्कतों के कारण ऑन लाइन उपस्थिति जबरदस्ती थोपना अव्यवहारिक है। साथ ही शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक कर्मचारी, संयुक्त मोर्चा द्वारा संगठन ने समस्याओं को पहुंचाने का प्रयास किया है। समस्याओं के समर्थन में विभागीय व्यवहार से क्षुब्ध जनपद के हजारों शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक व कर्मचारी एकत्रित होकर डिजिटाइजेशन का विरोध करते हुए ७ सूत्रीयें मांग पत्र मुख्यमंत्री को भेजा है। इस मौके पर संयुक्त मोर्चा के संयोजक व मण्डल पदाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी, भूपेश प्रकाश पाठक, नरेन्द्र सिंह जाटव, पीयूष कटियार, अभिनेष मिश्र, आलोक द्विवेदी, सुजीत कुमार, ऋषिपाल यादव, अनुराग पाण्डेय, विमलेश कुमार, प्रवेश राठौर, पंकज यादव, डा0 वीरेन्द्र त्रिवेदी, डा0 मनोज कुमार दुबे, संजेश यादव, प्रदीप कुमार गौतम, दीपक भास्कर, फूल सिंह शाक्य, विमलेश शाक्य, सतेन्द्र सिंह, देवेन्द्र कुमार, हिमांशु शुक्ला, धर्मेन्द्र गुप्ता, दीपक शाक्य, नागेश गंगवार, अंजू कटियार, ऊषा दीक्षित, बीना गौतम, विमलेश कुमारी राजपूत, नम्रता सिंह, सुधीर शाक्य, मयंक दुबे, आरेन्द्र यादव, अनुराग गंगवार, अनिल वर्मा, देवेश यादव सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, शिक्षिकायें, शिक्षामित्र, अनुदेश व कर्मचारी मौजूद रहे।

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